इस्लामाबाद, 2 जून (आईएएनएस)| पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त द्वारा दी गई इफ्तार पार्टी को एक तरह से नहीं होने देने की भारत ने रविवार को निंदा की और कहा कि इसने ‘सभ्य व्यवहार की सभी बातों का उल्लंघन’ किया है। भारत ने पाकिस्तान से इस मामले की ‘त्वरित जांच’ के लिए कहा है।
भारतीय उच्चायोग की तरफ से यहां जारी बयान में कहा गया है, “एक जून को घटी निराशाजनक घटनाओं की श्रृंखला न केवल कूटनीतिक व्यवहार की मूलभूत बातों का बल्कि सभ्य व्यवहार की सभी बातों का भी उल्लंघन है।”
बयान में कहा गया है, “राजनयिकों और पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को धमकी और दबाव के जरिए उन्हें उनके कूटनीतिक कामों को नहीं करने देना हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए पूरी तरह से विपरीत प्रभाव डालने वाला है।”
भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने शनिवार को यहां होटल सेरेना में इफ्तार पार्टी दी थी। पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों ने पार्टी में करीब 300 मेहमानों को आने से जबरन रोका जिनमें अधिकांश पाकिस्तानी थे। सुरक्षाकर्मियों ने भारतीय राजनयिकों के साथ भी बदसलूकी की।
बयान में कहा गया है, “होटल सेरेना के सामने मुख्य सड़क पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने भारतीय उच्चायोग के कूटनीतिक स्टाफ और अधिकारियों से अभद्रता की और उन्हें धमकाया। अधिकारी, सुरक्षाकर्मियों से मेहमानों से बदसलूकी की वजह पूछ रहे थे। कुछ अधिकारियों को धक्का दिया गया, अपशब्द कहे गए और शरीर को चोट पहुंचाने की आक्रामक तरीके से धमकी दी गई। कुछ अफसरों के मोबाइल फोन भी छीन लिए गए।”
बयान में कहा गया है कि इफ्तार पार्टी में मेहमानों को आने से रोकने के लिए पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने बहुत पहले से ही अभियान छेड़ दिया था। कई व्यापारिक संगठनों को फोन कर पार्टी में नहीं आने के लिए कहा गया था। जो मेहमान होटल तक पहुंचे, उन्हें पार्टी में जाने से रोक दिया गया। इन मेहमानों में सांसद, राजनयिक, पत्रकार, व्यवसायी, पूर्व सैन्य अधिकारी, पूर्व राजनयिक आदि शामिल थे। पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों ने एक तरह से होटल को घेर लिया था।
बयान में कहा गया है कि पार्टी में आने वालों को धमकाने पर भारत ने पाकिस्तान से अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया है और कहा है कि ‘इस घिनौने घटनाक्रम की त्वरित जांच कराई जाए और इसके नतीजों से अवगत कराया जाए।’
बिसारिया ने शनिवार को बाद में मीडिया से कहा, “मैं सभी दोस्तों से माफी मांगता हूं जिन्हें आयोजनस्थल के बाहर कुछ अतिरिक्त जांच का सामना करना पड़ा।”
पार्टी के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को भी न्योता भेजा गया था लेकिन वे नहीं आए।
पाकिस्तानी मीडिया में शनिवार को इस घटना की रिपोर्ट नहीं देखने को मिली।
इससे कुछ दिन पहले पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग द्वारा दी गई इफ्तार पार्टी में भारतीय सुरक्षाकर्मियों ने भारतीय मेहमानों को आने से जबरन रोका था।