नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व कार्यकाल में नितिन गडकरी के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए अपनी दूसरी पारी में भी उनको परिवहन और राजमार्ग मंत्री बनाए रखा।
साथ ही, उनको सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद से इस क्षेत्र को चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता गडकरी ने उम्मीदों के अनुरूप नरेंद्र मोदी के नए मंत्रिमंडल में बतौर कैबिनेट मंत्री गुरुवार को शपथ ली।
अपने संगठनात्मक कौशल के लिए चर्चित गडकरी ने पूर्व सरकार में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने न सिर्फ सुस्त पड़ी सड़क परियोजनाओं को शुरू की बल्कि राजमार्ग विकास को रफ्तार दिलाई। विभिन्न नवाचारी योजनाओं के जरिए उन्होंने सड़क परिवहन क्षेत्र में निजी क्षेत्र की दिलचस्पी भी बढ़ाई।
गडकरी उन थोड़े मंत्रियों में शामिल हैं जो लीक से हटकर अपने आइडिया को सार्वजनिक करने में संकोच नहीं किया और उनमें से कुछ को कार्यान्वित भी किया। अपने व्यावसायिक दृष्टिकोण के साथ उन्होंने नौकरशाही को त्वरित फैसला लेने को बाध्य किया ताकि परियोजनओं के कार्यान्वयन में तेजी लाई जाए।
उन्होंने अपने अधीन मंत्रालयों में शक्ति का केंद्रीकरण किया और अधिकारियों को सशक्त बनाया। इससे परियोजनाओं को रफ्तार पकड़ाने में मदद मिली।
गडकरी के कार्यकाल में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-1 ए पर चेन्नई-नाशरी खंड में नौ किलोमीटर लंबी सुरंग, ढोला सादिया सेतु, नर्मदा सेतु, नई ब्रह्मपुत्र सेतु और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे जैसी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी हुईं।