अगर इंडियन प्रीमियर लीग के फॉर्म को ध्यान में रखा जाए, तो हार्दिक पंड्या भारतीय टीम के लिए एक्स-फैक्टर हो सकते हैं। हार्दिक पांड्या ने आईपीएल के 12वें संंस्करण में दोनो बल्ले और गेंदो के साथ शानदार प्रदर्शन किया था और मुंबई इंडियंस की टीम को उनका चौथा आईपीएल खिताब जीतने में मदद की। आगामी विश्वकप में हार्दिक पांड्या को टीम के लिए अधिक जिम्मेदारिया उठानी होगी और टीम के लिए कुछ ओवर और एक फिनिशर की भूमिका में आना होगा। कपिल देव 1983 विश्वकप टीम के कप्तान का भी मानना है कि हार्दिक पांड्या भारत की विश्वकप जीतने की उम्मीदो के लिए एक बड़ा कारक होंगे।
भारत विश्वकप में 3 प्रीमियर तेज गेंदबाजो के साथ गया है जबकि उनको पता है कि तेज गेंदबाजो के लिए परिस्थितिया अनुकूल होंगी। यह हार्दिक पांड्या और विजय शंकर की उपस्थिति है जिसने टीम प्रबंधन को एक अतिरिक्त पेस गेंदबाज बनाने में सक्षम बनाया है, यह जानते हुए कि यह जोड़ी आसानी से चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभा सकता है।
जहां तक कपिल की बात है, उन्होने अपनी राय रखते हुए कहा है कि हार्दिक की क्षमता है कि वह 10 ओवर गेंदबाजी कर सकते है, खासकर अपनी विकेट लेने की क्षमताओ के साथ। उनकी क्षमता इसी के साथ उन्हे टीम के लिए अहम खिलाड़ी बनाती है।
दिग्गज क्रिकेटर ने टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए अपने कॉलम में लिखा, ” टीम का सबसे प्रभावशाली हिस्सा वह है जिसमें गेंदबाजी इकाई एक साथ आई है और सभी विरोधों का सम्मान करती है। मुझे लगता है कि हार्दिक पंड्या की विकेट लेने के कौशलता दो देखते हुए कप्तान उनको प्रत्येक खेल में अपनी 10 ओवर मध्यम गेंदबाजी करने देंगे। वास्तव में, अपनी क्लीन हिटिंग के साथ, वह बल्ले के साथ भी एक बड़ा कारक हो सकते है, अगर वह अपने प्राकृतिक खेल को सामने लाते है।”‘
भारत अपने विश्वकप अभियान का पहला मैच दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ 5 जून को खेलेगा।