अमेरिका के ईरान के खिलाफ सख्त कदमो से रुसवाह रूस ने गुरूवार को सैन्य संघर्ष के जोखिम की धमकी दी है। तेहरान ने जॉइंट कम्प्रेहैन्सिव प्लान ऑफ़ एक्शन से नाता तोड़ने की योजना बना रहा है। रूस के उपविदेश मंत्री सेर्गेई रयबकोव ने कहा कि “अमेरिका और ईरान के बीच तनाव से जेसीपीओए खत्म हो सकता है और इससे अराजक माहौल उभरेगा और इससे सैन्य संघर्ष का जोखिम और बढ़ जायेगा।”
हाल ही रुसी उपविदेश मंत्री ईरान की यात्रा से वापस लौटे हैं और उन्होंने ईरानी विदेश मंत्री से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि “हम ईरान पर अमेरिका द्वारा बढ़ाये गए कई दबावों को देख सकते हैं और वांशिगटन तेहरान को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है। यहां कोई सकारात्मक एजेंडा नहीं है और अमेरिका ने कोई वैकल्पिक विकल्प का सुझाव नहीं दिया है।”
उपविदेश मंत्री ने कहा कि “अमेरका ने सिर्फ वार्ता के दरवाजे खुले रहने का ऐलान किया है लेकिन यह वास्तविक वार्ता के लिए बुनियाद नहीं है।” ईरान पर दबाव को बढ़ाने के लिए अमेरिका ने मध्य पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति में ख़ासा इजाफा किया है।
अमेरिका ने यूएई के फ़ुजैराह तट पर एक युद्धपोत और बी-52 बमवर्षक की तैनाती को मंज़ूरी दी है। इसके आलावा पेंटागन ने बीते हफ्ते मध्यपूर्व में एक पेट्रियट मिसाइल डिफेन्स बैटरी और नौसैन्य जहाज को भी तैनात करने की इजाजत दे दी है।