वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था में बीते पांच वर्षों में 47.7 प्रतिशत गिरावट आयी है जबकि बीते वर्ष महंगाई 130060 प्रतिशत तक पंहुच गयी थी। वेनेजुएला के केंद्रीय बैंक ने तीन वर्षों से अधिक समय के बाद अर्थव्यवस्था पर रिपोर्ट जारी की है। राष्ट्र ने साल 2018 में 29.8 अरब डॉलर का तेल निर्यात किया था, जो बीते वर्ष से 5.6 प्रतिशत कम था।
अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, हालिया वर्षों में वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था में गिरावट युद्ध की समाप्ति के 45 वर्षों के बाद आयी है। हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स के आर्टिकल के मुताबिक, वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था में गिरावट की हालत, रोबर्ट मुगाबे के कार्यकाल में ज़िम्बाब्वे, सोवियत संघ का विभाजन और क्यूबा का विनाशकारी असफलता के भी बुरी है।
राष्ट्रपति निकोलस मादुरो वेनेजुएला की मौजूदा अर्थव्यवस्था पर संकट का जिम्मेदार डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को मानते हैं। निकोलस मादुरो को देश के अंतरिम राष्ट्रपति और विपक्षी नेता जुआन गाइडो को सत्ता सौंपने के लिए मज़बूर कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुताबिक, वेनेजुएला में इस वर्ष मुद्रास्फीति में एक करोड़ डॉलर का उछाल आएगा। इसके आलावा 2013 में मंदी की शुरुआत से देश के सकल घरेलू उत्पाद में 62 प्रतिशत की गिरावट आयी है। जनवरी में विपक्ष के नेता जुआन गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था और इसके बाद देश में राजनीतिक संकट का माहौल भी शुरू हो गया था।
30 अप्रैल को गाइडो ने मादुरो को सत्ता से उखाड़ने के आखिरी चरण की शुरुआत में पंहुचने का ऐलान किया था और प्रदर्शनकारियों से ला करलोटा सैन्य बेस में एकत्रित होने का आवाहन किया था। इस क्षेत्र में मादुरो के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों में झड़प हो गयी। इस संघर्ष में 71 लोग जख्मी हुए थे।
वेनेजुएला के केंद्रीय बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, देश के 96 प्रतिशत रेवेन्यू के तेल निर्यात में साल 2018 में 29.8 अरब डॉलर की गिरावट होगी। साल 2013 में इसमें 85.6 प्रतिशत और साल 2014 में इसमें 71.7 फीसदी की गिरावट आयी थी।