विश्वकप की शुरुआत होने से पहले भारतीय टीम प्रबंधन ने दोनो अभ्यास मैचो में केएल राहुल को नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिए उतारा था। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले अभ्यास मैच में केएल राहुल ने नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए 10 गेंदो में 6 रन बनाए थे। लेकिन मंगलवार 28 मई को दूसरे वार्म-अप मैच में बांग्लादेश के खिलाफ केएल राहुल ने नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए बिलकुल निराश नही किया और अपनी बल्लेबाजी का कौशल दिखाते हुए शानदार शतक जड़ा है।
कुछ भारतीय क्रिकेटरो में शामिल जिन्होने खेल के तीनो प्रारुपो में शतक जड़े है, राहुल ने अब तक भारत के लिए केवल 14 वनडे मैच खेले है जिसमे उन्होने 34.30 की औसत से 343 रन बनाए है। राहुल पिछले साल बहुत खराब फॉर्म से गुजर रहे थे और दक्षिण-अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद वह साल के आखिरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। जिसके बाद उनकी जगह पृथ्वी शॉ को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए शामिल किया। राहुल को ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज में तीन मैच खेलना का मौका मिला था लेकिन वह तीनो बार विफल रहे।
इसके बाद राहुल को एक लोकप्रिय चेट शो में महिलाओ के ऊपर अभद्र टिप्पणी करने के लिए हार्दिक पांड्या के साथ एक अस्थायी निलंबन का सामना करना पड़ा। वह ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में एकदिवसीय मैच से चूक गए लेकिन घर पर वह इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया-ए की टीम से खेलते हुए कुछ फॉर्म हासिल करते हुए दिखे। उन्होंने इस साल केवल एक ही वनडे खेला है जो कि मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था और इसमें 26 रन बनाए थे।
भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने हाल ही में कहा था कि राहुल फॉर्म पाने के लिए बहुत समय लेते हैं, जब वह फॉर्म में नही होते है, लेकिन जब वह एक बार फॉर्म में आ जाते है तो किसी अन्य बल्लेबाज से देखने में शानदार लगते है।
मांजरेकर को लगता है कि राहुल खराब फॉर्म से नहीं जूझ रहे हैं
मांजरेकर ने ईसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए कहा, ” यह लड़का (राहुल), जब वह अच्छा खेलता है, तो वह उतना ही अच्छा होता है जितना कोई और होता है। यह देखने लायक होते है। वह एक अच्छा क्लास दिखाते है। लेकिन मेरा मानना है कि उन्हें स्वभाव से थोड़ी परेशानी मिली है। जब वह असफल हो जाते है, तो वह जल्द वापसी नही कर पाते है जैसे अन्य बल्लेबाज नही कर पाते है।”