नई दिल्ली, 28 मई (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा में पार्टी नेता का पद अपने पास रखेंगे, इसकी संभावना कम ही है। यह पद किसी अन्य को दिया जा सकता है, जैसा कि पहले भी होता रहा है। पार्टी सूत्रों ने यह बात मंगलवार को कही। लेकिन राहुल कांग्रेस संसदीय दल के नेता बन सकते हैं, इसकी प्रबल संभावना है।
दो वरिष्ठ कांग्रेस महासचिवों ने आईएएनएस से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि राहुल गांधी निचले सदन में विपक्ष के नेता पद की इच्छा नहीं रखते।
उन्होंने कहा कि राहुल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके परामर्शी संगठन आरएसएस के साथ विचाधारा की लड़ाई संसद में और इसके बाहर जारी रखना चाहते हैं।
नेताओं ने कहा कि राहुल ने लोकसभा चुनाव में पार्टी को मात्र 52 सीटें मिलने के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का प्रस्ताव रखा है और आह्वान किया है कि गांधी परिवार से बाहर का कोई आकर पार्टी प्रमुख का पद संभाले।
राहुल गांधी ने वरिष्ठ नेताओं से कहा है कि वह पार्टी की राज्य इकाइयों के गठन और जिला प्रमुखों की नियुक्ति में दखल देना नहीं चाहते।
लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रबल संभावना है कि राहुल लोकसभा में संसदीय दल का नेता पद अपने पास रखेंगे।
पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने की राहुल की पेशकश कांग्रेस कार्यसमिति खारिज कर चुकी है।