वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और विपक्षी नेता जुआन गाइडो की बातचीत के लिए नॉर्वे मेज़बानी के लिए तैयार है। यह मुलाकात अगले हफ्ते ओस्लो में होगी। नॉर्वे के विदेश मंत्री इने एरिक्सन ने कहा कि “प्रति के प्रयासों की नॉर्वे सराहना करता है।”
वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गाइडो ने शनिवार को कहा कि “वह अपने प्रतिनिधियों को अगले हफ्ते मादुरो के अधिकारीयों से आमने-सामने मुलाकात के लिए नॉर्वे भेजेंगे। वह नॉर्वे की सरकार और मादुरो के प्रतिनिधियों दोनों से बातचीत करेंगे।” दोनों पक्षों के प्रतिनिधि बीते हफ्ते भी नॉर्वे की यात्रा पर गए थे लेकिन उन्होंने मुलाकात नहीं की थी।
वेनेजुएला का संकट
जनवरी में राजनीतिक रस्साकस्सी की शुरुआत हो गयी थी। गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था और यह मादुरो की हुकूमत को सीधी चुनौती थी।
अमेरिका ने तत्काल गाइडो को अपना समर्थन दे दिया था। इसके बाद जर्मनी और अन्य पश्चिमी राष्ट्रों ने ने गाइडो को वेनेजुएला का अंतरिम राष्ट्रपति के रूप मे अपना समर्थन दिए दिया था। लेकिन मादुरो की सरकार को रूस, चीन, तुर्की और अन्य राष्ट्रों का समर्थन हासिल है।
विपक्षियों ने सेना से मादुरो के खिलाफ खड़ा होने की मांग की थी लेकिन यह 30 अप्रैल को नाकाम हो गया था। मादुरो ने इस वारदात को तख्तापलट की नाकाम कोशिश करार दिया था। दक्षिण अमेरिका देश के संवाद मंत्री जॉर्ज रोड्रिगुएज, मिरांडा प्रान्त के गवर्नर हेक्टर रोडरोगुएज़ शुरूआती बातचीत में राष्ट्रपति मादुरो का प्रतिनिधित्व करेंगे।
गाइडो को मादुरो के प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान सावधानी बरतनी होगी क्योंकि उनके समर्थक शासन के खिलाफ ाक्रम रुख अख्तियार करने की मांग कर रहे हैं। शनिवार की शुरुआत में गाइडो ने समर्थकों से कहा कि “नॉर्वे में शुरुआत में बातचीत के लिए कोई मुलाकात नहीं हुई थी और किसी भी समझौते में मादुरो का सत्ता छोड़ना तय होगा।”
कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।