अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प चार दिवसीय जापानी यात्रा पर गए हैं और उन्होंने सोमवार को कहा कि “वह निजी तौर पर उत्तर कोरिया के हालिया मिसाइल परिक्षण से भयभीत नहीं है और उन्हें नहीं यकीन है कि मिसाइल टेस्ट ने यूएन के नियमों का उल्लंघन किया है।”
इसके आलावा डोनाल्ड ट्रम्प ने पूर्व उपराष्ट्रपति और साल 2020 में राष्ट्रपति पद किए दावेदार जो बिडेन पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि “बिडेन का आईक्यू लेवल बहुत कम है।” यह यात्रा अमेरिका-जापान गठबंधन को रेखांकित करती है और दोनों नेताओं के संबंधों को नयी ऊर्जा मिली है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उन्होंने और आबे ने अकासका महल में ईरान और व्यापार सहित आर्थिक मामलात पर चर्चा की थी लेकिन उत्तर कोरिया द्वारा हालिया शॉर्ट रेंज मिसाइल फायरिंग पर दोनों पक्षों के बीच मतभेद थे।” ट्रम्प से प्रेस कॉनफेरेन्स में पूछा गया कि क्या वह मिसाइल परिक्षण से भयभीत है तो उन्होंने कहा कि “नहीं, मैं नहीं हूँ। निजी तौर पर बिल्कुल नहीं हूँ।”
जापान ने शार्ट रेंज मिसाइल के बाबत अपनी चिंता व्यक्त की है क्योंकि यह द्वीप की सुरक्षा को खतरा है। डोनाल्ड ट्रम्प ने कई विशेषज्ञों के आंकलन से असहमत थे और इसके आलावा उनके सुरक्षा सलहकार ने भी कहा कि “प्योंगयांग के मिसाइल टेस्ट ने यूएन के प्रस्ताव का उल्लंघन किया है। ”
डोनाल्ड ट्रम्प के बयान से इत्तेफ़ाक़ न रखते हुए जपनी प्रधानमंत्री ने कहा कि मिसाइल परिक्षण बेहद निराशाजनक था। जापान के नए सम्राट से मुलाकात करने वाले पहले विदेशी नेता डोनाल्ड ट्रम्प है। उन्होंने कहा कि “किम जोंग उन के मुतबिक जो बिडेन का आईक्यू लेवल बेहद कम है। यह शायद उनके रिकॉर्ड के अनुसार हो। मेरे ख्याल से मैं उनकी इस बात से राज़ी हूँ।”
उत्तर कोरिया ने हाल ही में कोई लॉन्ग रेंज मिसाइल टेस्ट नहीं किया है जो अमेरिका तक पंहुच सके। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच दूसरी परमाणु वार्ता बगैर किसी समझौते के खत्म हो गयी थी। जापानी प्रधानमंत्री ने कहा कि “यह यूएन के नियमो का उल्लंघन है क्योंकि उत्तर कोरिया का पड़ोसी जापान खतरा महसूस कर रहा है लेकिन अगर किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रम्प किसी नए नतीजे पर पहुंचेंगे तो मैं उसे श्रद्धांजलि अर्पित करूँगा।”
दोनों नेताओं के लिए आयोजित संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में डोनाल्ड ट्रम्प ने निर्णायक बयान दिया कि वह ईरान में शासन के परिवर्तन के मंसूबे नहीं पाल रहे हैं। सीएनएन ने ट्रम्प के हवाले से कहा कि “मैं शासन में कोई परिवर्तन नहीं चाहता हूँ। मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूँ। हम परमाणु हथियारों की गैर मौजूदगी की तरफ ध्यान लगाए हुए हैं।”
सोमवार को डोनाल्ड ट्रम्प टोक्यो में स्थित सम्राट के भवन में पंहुचे थे। भवन में उनका सत्कार सम्राट नारुहितो और उनकी साम्राज्ञी मासकों ने किया था। 59 वर्षीय नारुहितो को 1 मई को ताज से नवाजा गया था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अमेरिका द्वारा निर्मित जापानी संविधान में सम्राट को राजनीतिक सत्ता से वंचित कर दिया गया था, लेकिन अभी भी राजशाही देश में एक ताकतवर पद पर आसीन है जो देश की परम्परा की जड़ो में नजर आती है।