अर्जुन तेंदुलकर, जो दिगग्ज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे है वह धीमे-धीमें करके क्रिकेट में अपना नाम ला रहे है और हाल में वह मुंबई टी-20 लीग में खेलते नजर आए थे। एक बाएं हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज और निचले क्रम के बल्लेबाज, अर्जुन ने चयनकर्ताओं को काफी प्रभावित किया, ताकि वह भारत की अंडर-19 टीम में श्रीलंका दौरे के खिलाफ अनौपचारिक चार दिन के मैच में भाग ले सके।
इस बीच, अर्जुन को अपने पिता सचिन तेंदुलकर से मिल सकने वाले बेहतरीन मार्गदर्शन और प्रशिक्षण मिल रहे हैं। अर्जुन, जिन्हें हाल ही में आकाश टाइगर्स एमडब्ल्यूएस ने 5 लाख रुपये में टी 20 मुंबई लीग के लिए चुना था। वह अपनी टीम के लिए शनिवार को वानखेड़े में सेमीफाइनल मैच में खेलते दिखाई दिए थे और इस बीच उनके पिता ने उन्हे कुछ खास सलाह दी है।
सचिन तेंदुलकर के पिता साहित्यकार मौजार्ट, रमेश तेंदुलकर का लिटिल मास्टर के जीवन पर बड़ा प्रभाव था और उन्होंने उन्हें उस खेल को आगे बढ़ाने की स्वतंत्रता दी थी जिसमें वे अच्छे थे। सचिन अब अपने पिता की दी गई शिक्षा अपने बेटे अर्जुन तेंदुलकर को देना चाहते है। उन्होने स्पोर्टस्टार के हवाले से कहा, ” वह भावुक है और मैंने उसे किसी भी चीज के लिए मजबूर नहीं किया है। मैंने कभी भी उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर नहीं किया। वह पहले फुटबॉल खेलता था, फिर उसने शतरंज में रुचि विकसित की और अब वह क्रिकेट खेल रहा है।”