भारत के चुनावी रण में परचम फैराने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में पहली आधिकारिक यात्रा का गंतव्य मालदीव हो सकता है और वह अगले महीने की शुरुआत में इस यात्रा पर जा सकते हैं। साल 2014 के चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले भूटान की यात्रा की थी।
कूटनीतिक सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री जून के पहले पखवाड़े में माले की संभावित यात्रा पर जा सकते हैं। मालदीव की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी का दौरा 7-8 जून के बीच हो सकता है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मार्च में मालदीव की यात्रा की थी।
मालदीव के नए राष्ट्रपति इब्राहीम सोलीह ने बीते वर्ष नवंबर में चुनाव में जीत हासिल की थी और उनके शपथ ग्रहण समारोह में नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे। इसके बाद सुषमा स्वराज ने द्वीप की पहली द्विपक्षीय आधिकारिक यात्रा मार्च में की थी।
नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद दोनों देशों के सम्बन्ध काफी मज़बूत हो गए थे। चीन मालदीव में अपनी प्रभुत्व को बढ़ाने की काफी जोशीश कर रहा है। चुनावी जीत के बाद सोलीह ने नरेंद्र मोदी को जीत की शुभकामनाये दी थी।
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के कार्यकाल में भारत और मालदीव के सम्बन्धो के काफी तनाव आ गया था। बीते वर्ष 5 फरवरी को अब्दुल्ला यामीन ने देश में आपातकाल लागू कर दिया था। भारत ने इस निर्णय का विरोध किया था और सरकार से राजनीतिक कैदीयों को रिहा कर चुनावी और राजनीतिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता को बहाल करने की मांग की है।
देश से आपातकाल को 45 दिनों में खत्म कर दिया गया था। यामीन को चुनावो में शिकस्त देने के बाद मालदीव के राष्ट्रपति पद पर इब्राहिम सोलीह को बैठाया गया था।