इस विश्वकप पर सभी क्रिकेट प्रशंसको की नजर विराट कोहली पर होगी क्योंकि वह एक कप्तान के रुप में अपना पहला विश्वकप खेलने जा रहे है। मेन इन ब्लू टीम को मेजबान इंग्लैंड के साथ विश्वकप जीतने के लिए पसंदीदा में से एक माना जा रहा है। भारतीय टीम ने 1983 में वेस्टइंडीज को मात देकर पहले विश्वकप खिताब पर कब्जा किया था जबकि उस समय भारत की टीम कमजोर थी। ऐसे में इस विश्वकप में भारत की टीम मजबूत भी है और उनसे उम्मीदे भी बहुत अधिक है। टीम इंडिया इस समय विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा हावी रहने वाली टीमों में से एक है।
भारत ने साल 2015 विश्वकप के बाद से 86 वनडे मैच खेले है जिसमें से उन्हे 56 में जीत मिली है और उनके बाद इस सूची में मेजबान इंग्लैंड का नाम आता है जो इस समय आईसीसी वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर बनी हुई है। इन दोनो टीम को विश्वकप के लिए संयुक्त रुप से पसंदीदा माना जा रहा है क्योकि दोनो टीमो के पास विश्व स्तरीय बल्लेबाज और गेंदबाज है। लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि विश्वकप के खिताब पर किसका कब्जा होता है।
विश्वकप की शुरुआत होने से पहले, बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने कप्तान विराट कोहली और अनुभवी खिलाड़ी एमएस धोनी को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दी है। रौतेला ने ट्विट करते हुए लिखा है कि दोनो धोनी और विराट को विश्वकप में एक अहम भूमिका निभानी होगी अगर भारत विश्वकप के खिताब पर कब्जा करना चाहता है।
Wishing @msdhoni & @imVkohli all the best !!!! 🇮🇳 https://t.co/GfBuGGxZl2
— URVASHI RAUTELA🇮🇳 (@UrvashiRautela) May 24, 2019
कोहली का सफलता मंत्र
इस बीच, विराट कोहली ने टीमों को सलाह दी थी कि यदि उन्हें प्रतियोगिता में दूरी तय करनी है तो वे शालीनता से काम लें। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला का उदाहरण देते हुए, 30 वर्षीय ने कहा कि अधिक जुनून और चरित्र वाली टीमों का ऊपरी हाथ होगा।
कोहली ने विश्वकप से पहले कप्तान को सम्मेलन में कहा था, ” अगर आज के दिन कोई टीम एकजुट होकर काम करती है तो वह किसी भी अनुभवी टीम को हराने में कामयाब हो सकती है। हमने ऑस्ट्रेलिया सीरीज से बहुत कुछ सीखा है। हम एक समय में 2-0 से आगे थे और हमे लगा था कि हम आसानी से तीन में से एक मैच जीत लेंगे, लेकिन उन्होने अधिक जुनून के साथ खेला, अधिक चरित्र और उनकी टीम में एक दृढ़ निश्चय दिखा। ऑस्ट्रेलिया ने उस सीरीज में हर लम्हे का आनंद लिया और हमें उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। अगर आप विश्वकप में किसी के भी खिलाफ खेलते है तो आपके अंदर ऐसा जुनून और प्रतिबद्धता होनी चाहिए।”
विश्वकप के अपने ओपनर मैच से पहले टीम न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ 25 और 28 मई को अभ्यास मैच खेलेगी और उसके बाद 5 जून को दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ साउथेम्पट्टन में भिड़ेगी।