आईसीसी विश्वकप 2019 के आगाज के लिए अब एक हफ्ते से भी कम का समय बाकि है। 30 मई से क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट का आगाज इंग्लैंड एवं वेल्स में होगा। अभ्यास मैचो की शुरुआत आज 24 मई से शुरु हो गई है और हर एक टीम दो-दो अभ्यास मैच खेलेगी और यही से टूर्नामेंट में शुरु होने वाले कारनामो का पता लगा जाएगा मैदान छोटे होंगे और टीमें आसानी से बड़ा स्कोर कर सकती है।
यहां तक कि भाग लेने वाली सभी दस टीमों के कप्तानों ने भी सहमति व्यक्त की कि हम विश्व कप के दौरान पहली बार 500 रन बना सकते हैं।
1996 विश्वकप में श्रीलंका की टीम ने केन्या के खिलाफ 398 रन बनाए थे और 2005 तक यह वनडे क्रिकेट का सर्वाधिक स्कोर रहा था लेकिन उसके बाद दक्षिण-अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए एक ही मैच में इस रिकॉर्ड को दो बार पछाड़ा गया था। पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 434 रन बनाए थे और लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम ने 438 रन बनाए थे जिसमें हर्शल गिब्स ने 175 रन की पारी खेली थी।
पिछले साल इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक वनडे मैच में निर्धारित 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान में 481 रन बनाए थे। और उन्होने इससे पहले श्रीलंका द्वारा बनाए गए 444 रनो के स्कोर को पछाड़ा था जो उन्होने पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। और इंग्लैंड की टीम इस समय विश्व क्रिकेट में हर एक टीम पर हावी है और ऐसा ही रहा तो टीम 500 का आकड़ा भी पार कर सकती है।
विराट कोहली जानते है कौन सी टीम 500 का आकड़ा सबसे पहले छू सकती है
कोहली का मानना है टूर्नामेंट में इंग्लैंड की टीम इस आकड़े को छूने वाली पहली टीम बन सकती है। भारत के कप्तान विराट कोहली ने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कहा, ” मुझे लगता है है कि यह इंग्लैंड के खिलाड़ियो पर निर्भर है। वे किसी और टीम से पहले 500 के स्कोर को छूने के लिए जुनूनी लगते है।”
कोहली के अलावा और कप्तानो का भी मानना है कि यह विश्वकप उच्च- स्कोर का विश्वकप होने वाला है। कोहली ने आगे कहा, ” यह एक उच्च-स्कोरिंग टूर्नामेंट होने वाला है लेकिन विश्वकप जैसे टूर्नामेंट में 260-270 का स्कोर हासिल करना भी आसान बात नही होगी। जितना मुश्किल 370-380 स्कोर को हासिल करना होगा उतना ही 260-270 को क्योकि विश्वकप जैसे टूर्नामेंट में दबाव होगा। मुझे नही लगता की टूर्नामेंट के अंत में अधिक स्कोरिंग वाले मैच देखने को मिलेंगे। आखिरी में टीमे 250 के स्कोर का बचाव भी कर सकेंगी। कुछ इस प्रकार का दबाव विश्वकप देगा।”