Wed. Nov 27th, 2024
    पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष

    पाकिस्तान में चीन के राजदूत यो जिंग ने सोमवार को पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष जनरल वमर बाजवा से मुलाकात की थी और दोनों ने क्षेत्रीय सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की थी। हाल ही में पाकिस्तान की सेना ने ऐलान किया था कि वह एक और विशेष बल को चीनी नागरिकों और सीपीईसी के तहत निर्माणाधीन परियोजनाओं की रक्षा के लिए तैनात करेंगे।

    पाकिस्तान की मीडिया विंग इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन के मुताबिक, क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे संयुक्त हितो के मसले पर रावलपिंडी में स्थित जनरल मुख्यालय में बैठक के दौरान चर्चा की गयी थी। चीन की महत्वकांक्षी परियोजना सीपीईसी के कमतरी के बाद पाकिस्तान की सेना के अधिकारीयों और चीनी अधिकारीयों के बीच निरंतर बातचीत हो रही है।”

    इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल मेजर आसिफ जनरल गफूर ने बताया कि इस परियोजना की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सेना दृढ संकल्पित है।

    सीपीईसी में 3000 किलोमीटर की सड़क,पाइपलाइन और रेलवे का निर्माण होगा जो पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को चीन के शिनजियांग क्षेत्र के काश्गर से जोड़ेगी। बलूचिस्तान प्रान्त में सीपीईसी से जुड़े प्रोजेक्टो पर हमले तीव्र हो गए हैं।

    स्पेशल सिक्योरिटी डिवीज़न में 9000 पाकिस्तानी सेना के सैनिक और 6000 पैरामिलिट्री के सैनिक होंगे जो सीपीईसी की परियोजनाओं और इस पर कार्यरत चीनी नागरिकों को रक्षा मुहैया करेगी। हाल ही में बीएलए के मजीद ब्रिगेड ने ग्वादर में चीनी आलिशान होटल पर हमला किया था और पाकिस्तानी कमांडो के साथ 26 घंटों तक जंग लड़ी थी।

    पाकिस्तान के विद्रोही बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी की सैन्य इकाई मजीद ब्रिगेड ने रविवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान से बलूचिस्तान में जारी परियोजनाओं को तत्काल छोड़ देने की धमकी दी गयी थी।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *