पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि आगामी विश्वकप में अफगानिस्तान की टीम के पास वह क्षमता है जिससे वह किसी भी टीम के लिए मुश्किल पैदा कर सकती है। अफगानिस्तान की टीम ने 2009 में वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया था। उनकी टीम में कुछ ऐसे चहरे है जो अपने प्रदर्शन से किसी भी टीम पर विश्वकप में हावी हो सकते है। जिसमें राशिद खान, मोहम्मद नबी, मुजीब उर रहमान का नाम शामिल है।
2015 में अपना पहला विश्व कप खेलने के बाद से, अफगानिस्तान ने जिम्बाब्वे, संयुक्त अरब अमीरात और आयरलैंड पर प्रभावशाली श्रृंखला जीत दर्ज की और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1-1 से एकदिवसीय श्रृंखला ड्रॉ खेली। उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में तेजी से उभरती टीमों में से एक के रूप में अपनी साख साबित करने के लिए टी-20 में बांग्लादेश का भी सफाया कर दिया। पिछले साल, उन्होंने विश्व कप क्वालीफायर जीता, फाइनल में क्रिस गेल-संचालित वेस्टइंडीज को हराकर मुख्य कार्यक्रम में जगह बनाई।
अफगानिस्तान की टीम के द्वारा इतने सारे प्रभावित करने वाले प्रदर्शन के बाद, अनिल कुंबले का मानना है कि वे इंग्लैंड में कुछ टीमों को डराने में काफी सक्षम रहेंगे’। महान लेग स्पिनर ने पिछले साल के एशिया कप में अफगानिस्तान के शानदार प्रदर्शन की ओर इशारा करते हुए कहा कि राशिद, नबी और मुजीब की पसंद विपक्षी टीम के लिए मुश्किल होगी।
कुंबले ने क्रिकेटनेक्सट से बात करते हुए कहा, ” अफगानिस्तान की टीम एशिया कप में दूसरी सबसे सफल टीम थी। उन्होने भारत के खिलाफ एक मैच ड्रॉ खेला था और बांग्लादेश और पाकिस्तान को मात दी थी। अफगानिस्तान की टीम के खिलाड़ी पूरे विश्व में टी-20 लीग में हिस्सा लेते है और इससे उनको फायदा मिलता है। राशिद खान टीम के हीर है और मोहम्मद नबी एक शानदार आलराउंडर है, उनके पास मुजीब और कुछ अच्छे खिलाड़ी है। वह कुछ टीमो को सच इंग्लैंड में डराने में काफी सक्षम होंगे।”
“छोटे प्रारूपों में विशेष रूप से टी 20 के बल्लेबाज राशिद या मुजीब जैसे गेंदबाजो के ऊपर रन मारने के लिए नही चुनते है। अगर वह अपनी बल्लेबाजी के साथ 25-260 स्कोर कर सकते है तो वह बहुत प्रतिस्पर्धी हो सकते है और उनकी टीम के मोहम्मद सहजाद या तो धमाका करते है या तो पहली गेंद पर आउट होते है। उनके पास कुछ ऐसे खिलाड़ी है जो विपक्षी टीम को दबाव में डाल सकते है। उनके पास क्षमता है लेकिन ज्यादा सबकुछ उनके बल्लेबाजो पर निर्भर है।”