विजय शंकर जो साल की शुरुआत से भारत की राष्ट्रीय टीम से शानदार प्रदर्शन करते आए है उन्हें 2019 विश्वकप की 15 सदस्यीय टीम में जगह दी गई है जिसने सबको हैरानी में डाल दिया था क्योंकि उन्हे अंबाती रायडू की जगह टीम में जगह मिली थी। और उन्हें इस दौरान एक समय पर कोच और कप्तान का भी समर्थन प्राप्त हुआ था।
बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने विजयशंकर को 3 आयामी का दर्जा देकर विश्वकप के लिए टीम में चुना था और रायडू ने टीम में जगह ना मिलने पर अपना गुस्सा सोशला मीडिया पर निकाला और ट्विट करते हुए कहा कि मैंने विश्वकप देखने के लिए 3-डी ग्लास का ऑर्डर दे दिया है। तमिलनाडु के बल्लेबाज का आईपीएल बहुत अच्छा नहीं रहा, उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 280 रन बनाए और उनका मानना है कि उनकी तैयारी एक महत्वपूर्ण कारक होगी।
2019 की शुरुआत में शानदार प्रदर्शन के बाद विजयशंकर चयनकर्ताओं की नजर में आए
शंकर ने डेक्कन क्रॉनिकल से बात करते हुए कहा, ” नंबर चार और निचले क्रम पर बल्लेबाजी करने में बहुत अंतर होता है। मैं कैसे तैयारी करता हूं यह मेरे लिए एक असल चुनौती है। मुझे अच्छे आकार में होने की जरूरत है, सबसे महत्वपूर्ण बात यह होगी कि मैं स्थिति के अनुसार कैसे खेलूंगा। मुझे किसी भी हालत में खेलने के लिए सुसज्जित होना चाहिए।”
उन्होने आगे कहा, ” नंबर चार स्लॉट, उस स्लॉट के बारे में कई अटकलें हैं। चीजों को सरल रखना मेरे लिए वास्तव में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अन्य चीजें मेरे नियंत्रण में नहीं हैं, मुझे यह नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए कि मैं क्या नियंत्रित कर सकता हूं।”
अपने पहले विश्वकप खेलने के बारे में शंकर ने कहा, ” हर किसी का सपना होता है कि वह देश के लिए खेले। जब आप कदम आगे बढ़ाते है तो आपको भारत की जर्सी पहनने को मिलती है और यह विशेष होता है। विश्व कप का अनुभव और भी खास है क्योंकि यह चार साल में एक बार होता है और अगर मेरा नाम पंद्रह सदस्यीय भारतीय टीम में नामित किया है, मैं इसके बारे में बहुत खुश हूं।”