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    केएल राहुल

    30 मई से इंग्लैंड और वेल्स में होने वाले विश्वकप के लिए अब मात्र दो हफ्तो का समय बाकि है लेकिन भारत की टीम से नंबर चार पर बल्लेबाजी कौन करेगा इस बात पर अबतक कोई निर्णय नही निकला है।

    बल्लेबाजी की स्थिति के आसपास बहुत बहस और चर्चा के बावजूद, कौन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करेगा – विजय शंकर या राहुल – एक पहेली है।

    राहुल से जब नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिए पूछा गया, ” चयनकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया है। मैं टीम का हिस्सा हूं और जब भी हम वहां पहुंचेंगे, टीम जो भी फैसला करेगी, मैं उसके साथ जाऊंगा।”

    भारत के इस अनोखे अंदाज वाले ओपनर बल्लेबाज के लिए दिसंबर-जनवरी का महीना बहुत बेकार रहा था। पहले वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में रन नही बना पाए थे, उसके बाद वह अपनी टीम के साथी हार्दिक पांड्या के साथ कॉफी विद करण चैट शो में एक विवादित टिप्पणी के लिए विवाद में आ गए थे। जिसके कारण उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे से बीच सीरीज में घर वापस बुला लिया गया था।

    लेकिन हाल में उन्होने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करते हुए पिछे हुए विवादो को दबा दिया है। और उन्होने आईपीएल में खेले 14 मैचो में 593 रन बनाए। वह सर्वाधिक रन बनाने वालो की सूची में डेविड वार्नर के बाद दूसरे स्थान पर थे।

    केएल राहुल जो अपने पहले विश्वकप अभियान में टीम का हिस्सा है उन्होने कहा, ” फॉर्म एक ओवररेटेड शब्द है।”

    राहुल ने आगे कहा, ” पिछले कुछ महीन बल्ले के साथ अच्छे रहे है। घर में इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ सीरीज में खेलने से मुझे मदद मिली और मैंने अपनी कौशलता पर ध्यान केंद्रित किया है। और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैंने टी-20 में अच्छा प्रदर्शन किया और फिर आईपीएल में। अब मैं काफी आश्वस्त महसूस कर रहा हूं।”

    जब कोई ऑस्ट्रेलिया में राहुल की तरह दौरे का अंत करता है तो आत्म-संदेह ख़त्म हो सकता है लेकिन उसने अपने खेल के बारे में नहीं सोचा।

    राहुल ने कहा, ” मुझे एहसास हुआ कि मेरी कौशलता के साथ कोई कमी नही थी। फॉर्म एक ओवररेटेड शब्द है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन नही कर पाने का दुख हर खिलाड़ी को होता है। मैंने इसे अपने स्ट्राइड में लिया और यात्रा के हिस्से के रूप में लिया। मैं जहां अभी हूं, वहां खुश हूं।”

    राहुल ने इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ दौरे में राहुल द्रविड़ के साथ हुई बातचीत के बारे में भी बताया और दोनो को लगता था कि उन्हे अपनी बल्लेबाजी के तकनीक में कोई बदलाव करने की जरुरत नही है।

    राहुल ने कहा, ” मैंने अपने आप मैं ज्यादा बदलाव नही किया। हर खिलाड़ी खराब फॉर्म से गुजरता है। तकनीकी रुप से मैं अपनी बल्लेबाजी को जितना आसान बना सकता था उतना आसान बनाने की कोशिश कर रहा था। जब आप गेंद को सही से हिट करते हो, तब आपका फॉर्म, आपकी तकनीक अच्छा लगता है लेकिन अगर आप ऐसा नही कर पाते है तो हर चीज खराब लगने लग जाती है। यह कुछ इस तरह जाता है। वास्तव में बैठकर उस पर अपना सिर नहीं फोड़ सकते और यथासंभव सकारात्मक बने रह सकते हैं।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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