चेतेश्वर पुजारा को अक्सर एक टेस्ट विशेषज्ञ के रूप में करार दिया जाता है, जिन्होंने भारत के लिए केवल पांच वनडे मैच खेले हैं, उन्हें लगता है कि यह भारत के लिए एक बड़ा सकारात्मक है कि आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 के कई सदस्यों को इंग्लैंड में खेलने का अनुभव है। उन्हें विश्वास है कि भारतीय टीम के पास टूर्नामेंट के लिए टीम में सही संतुलन है जबकि इंग्लैंड में प्रस्ताव पर स्पिन की कमी उसके लिए चिंता का कारण है।
भारत आगामी विश्वकप में चार तेज गेंदबाज और तीन स्पेशलिस्ट स्पिनरो के साथ जा रहा है- जिसमें एक आलराउंडर रविंद्र जडेजा और दो स्पिनर- कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल शामिल है। लेकिन इंग्लैंड में सपाट पिचों पर स्पिनरों को उतनी सहायता नहीं मिलती जितनी वे चाहते हैं, पुजारा को लगता है कि भारतीय टीम को रनों के प्रवाह को रोकने के लिए पर्याप्त विकेट मिल सकते हैं।
पुजारा ने सिएट पुरस्कार समारोह जो मुंबई में आयोजित वहां से कहा, ” भारत के पास एक संतुलित टीम है लेकिन भारत के लिए एकमात्र चिंता स्पिन की कमी है जो हमारे स्पिनरों की मदद नहीं करेगा इसलिए भारत को विकेट लेने का एक तरीका निकालना होगा। विकेट लेना महत्वपूर्ण होगा और टीम को ऑलआउट करना होगा, खासतौर पर इस प्रारूप में क्योंकि आप विकेट नही लेते है तो आप बहुत अधिक रन देंगे। इसलिए मुझे लगता है कि जब हम सपाट विकटों पर खेलते है तो हमारी गेंदबाजी की अहम भूमिका होगी।”
भारत बनाम पाकिस्तान मैच
अंतिम ड्रा सेट होने से पहले, सबसे बड़ा विश्व कप मैच भारत बनाम पाकिस्तान खेल जाएगा, जो कि 16 जून को मैनचेस्टर में खेला जाएगा और पुजारा भी सोचते हैं कि मेन इन ब्लू को वहां जीतना होगा।
पुजारा ने कहा, ” पाकिस्तान के खिलाफ मैच महत्वपूर्ण है लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि लेकिन एक बात यह भी है कि हमें केवल एक मैच पर इतना ध्यान देने की जरुरत नही है। भारत को ज्यादा से ज्यादा मैच जीतकर अगले राउंड के लिए क्वालीफाई करना चाहिए।”