किसी और से ज्यादा इस समय कुलदीप यादव अपने आप से सबसे ज्यादा निराश है। क्योंकि हाल में खत्म हुआ आईपीएल सीजन उनके लिए कुछ खास नही रहा और उन्होने अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए इस सीजन खेले 9 मैचो में 10 ओवर प्रति रन के साथ केवल चार विकेट लिए। जिसके बाद उन्हें शेष आईपीएल से टीम से बाहर बैठना पड़ा।
यह विराट कोहली और उनकी विश्वकप टीम के लिए एक अच्छी खबर नही थी क्योकि वह आईपीएल में खेले किसी भी मैच में लय में नजर नही आए। आरसीबी के खिलाफ खेले गए एक मैच में उन्होने मोईन अली से एक ओवर में 27 रन भी खाए थे। उस दौरान फेंके गए अपने 4 ओवर के स्पैल में उन्होने 59 रन देकर 1 विकेट चटकाया था। और इसी मैच के बाद कुलदीप को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
कुलदीप आशावादी बने रहने की पुरजोर कोशिश कर रहे थे, लेकिन नकारात्मकता दरवाजे पर दस्तक दे रही थी, ईडन गार्डन्स में उस रात के बाद से प्रत्येक आईपीएल खेल के साथ नॉक कठिन हो रहा था।
कुलगदीप ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक खास इंटरव्यू में कहा, ” मैं नकारात्मक नही था लेकिन उस समय में सकारात्मक भी नही था। जब मेरे उस ओवर में इतने सारे रन गए तो मैं बहुत निराश हुआ। मुझे पता था कि मैं मोईन को आउट कर सकता हूं लेकिन मैं इसे अंजाम नही दे सका। उस ओवर की वजह से खेल खत्म हो गया था और मैं बहुत भावुक हो गया था।”
कुलदीप ने आगे कहा, ” उसके बाद माही भाई ने मेरे लिए एक संदेश भेजा कि मुझे अपना आत्मविश्वास नही खोना है, मुझे बस अपने गेम में ध्यान देने की सलाह दी गई थी जिससे मुझे बहुत मदद मिली है। वह मेरे डेब्यू के बाद से मेरे लिए समर्थन का स्तंभ बनकर खड़े है। लोगो केवल बात करते है कि वह स्टंप के पीछे से हमारी कैसे मदद करते है लेकिन इससे हमें सच में फायदा पहुंचता है। जो सलाह हमें वो ओवर के बीच और मैच खत्म करने के बाद देते है वह हमारे लिए बुहत फायदेमंद होती है।”
भारतीय टीम मेरे लिए परिवार जैसा
धोनी टीम इंडिया के एकमात्र वरिष्ठ खिलाड़ी नहीं थे जिन्होंने कठिन दौर में कुलदीप का समर्थन किया। भारत के उप-कप्तान रोहित शर्मा ने भी उन पर जाँच करना सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा, “मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच के दौरान, रोहित मेरे पास आए और मुझे खेलने के बावजूद प्रेरित किया।”
कुलदीप जो इस समय अपने घर कानपुर में प्रयास कर रहे है उन्होने कहा, ” मुझे विराट कोहली से मिलने का मौका नही मिला लेकिन मैं उनसे सीजन के शुरुआत में मिला था, वह हमेशा उन चीजो को बताते है जो मुझे सुधारने की जरुरत होती है। हम सब एक परिवार जैसे है और यह आईपीएल के दौरान भी चेंज नही हुआ।”
विश्व कप की योजना
कुलदीप ने भी यह सुनिश्चित किया की आईपीएल के खराब प्रदर्शन से उनके विश्वकप पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा। कुलदीप ने कहा, ” इससे कोई प्रभाव नही पड़ेगा। वनडे टी-20 प्रारूप से पूरी तरह से अलग है, फ्रेंचाईजी क्रिकेट और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट किसी भी ढंग से सामान नही है। मैंंने नेट्स में बहुत मेहनत की है और अपने आत्मविश्वास को वापस पाया है।”