Sat. Nov 23rd, 2024
    कांग्रेस कार्यकर्ता

    इस विधानसभा चुनाव में पार्टयों के लिए सबसे मुश्किल है उम्मीदवारों को टिकट आवंटन करना। यह बात बहुत हद तक ‘एक अनार सो बीमार वाली ही है’। सीटों की संख्या सीमित है लेकिन उम्मीदवारों की कोई कमीं नहीं है। सबसे बड़ी बात है सही सीट से सही आदमी को खड़ा करना।

    क्रिकेट मैच में जितनी मेहनत फील्डिंग सेट करने में लगती है उससे कई ज्यादा मेहनत चुनाव के समय टिकट की फील्डिंग सेट करने में लगती है। दोनों ही केसों में कुछ बाते समान है। क्रिकेट मैच की फील्डिंग हो या चुनावी टिकट की अगर इसमें कमी रहीं तो जीती हुई बाजी हार में बदल सकती है। दोनों ही परस्थितियों में इस बात का ख्याल रखना पड़ता है कि सही आदमी सही जगह पर खड़ा हो।

    गुजरात विधानसभा चुनाव भी इस समय राजनीतिक दलों के लिए किसी वर्ल्ड कप से कम महत्वपूर्ण नहीं है। विधानसभा चुनाव में इस समय वक्त चल रहा है टिकट आवंटन का। सभी पार्टिया उम्मीदवारों के नाम उजागर कर रही है। हालत यह है कि सभी पार्टियों में टिकट मिलने की आस लिए बैठे लोग पार्टी से टिकट न मिलने की स्थिति में बगावती सुर अपनाए हुए है।

    बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने भी अपनी आखरी सूचि के अंतर्गत उम्मीदवारों के नाम उजागर कर दिया है। दोनों ही तरफ के सूचि में कुछ बाते खास नजर आ रही है। बीजेपी की सूचि में आनंदीबेन का नाम नहीं है उन्होने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है तो वहीं कांग्रेस की सुर में सुर मिलाने वाले दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

    सूचि की एक ख़ास बात यह भी है कि इसमें पार्टी ने मोरवहाडफ और वगोडिया सीट पर उम्मीदवार खड़े नहीं किए हैं। इस लिस्ट के जारी होने के बाद से ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गुस्सा बढ़ गया है। सबसे ज्यादा गुस्सा अहमदाबाद में देखा जा रहा है जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बवाल कर रखा है। यहां अहमदाबाद में अपनी पंसद के कैंडिडेट का नाम कटने से नाराज कार्यकर्ताओं ने गाड़ियों में आग लगा दी है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रभारी अशोक गहलोत का पुतला फूंकते हुए उनपर पक्षपात का आरोप लगाया है।

    लिस्ट में प्रनन्जय दित्य सिंह परमार को पंचमहल जिले की लूणावडा से टिकट दिया गया है। प्रनन्जय दित्य सिंह, दिग्विजय सिंह के दामाद है। लिस्ट में नाम नहीं आने के कारण कई उमीदवार पार्टी से खासे नाराज नजर आ रहे है। गुजरात कांग्रेस की स्पोक्सपर्सन रेखाबेन चौधरी तो पार्टी से इतनी खफा है कि उन्होने कांग्रेस से इस्तीफा ही दे दिया है। इस चुनाव में आने वाले दिन और रोमांचक होने के आसार है।