नई दिल्ली, 15 मई (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास रविवार को होने वाले आखिरी व सातवें चरण के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में महागठबंधन के मुकाबले संभवत: बढ़त हासिल है क्योंकि इस अंतिम चरण की 13 सीटों में से नौ सीटों पर महागठबंधन की जाति व संप्रदाय आधारित समीकरण के काम नहीं करने की संभावना है।
भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों ने 2014 में पूर्वी उत्तरप्रदेश की इन सभी 13 सीटों पर कब्जा जमाया था। इस वर्ष भी सभी की निगाहें वाराणसी संसदीय सीट पर हैं, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं।
इस बार गोरखपुर सीट पर भी सभी की निगाहें रहेंगी, भाजपा इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए पूरा जोर लगा रही है क्योंकि योगी आदित्यनाथ के इस मजबूत गढ़ पर यहां हुए उपचुनाव में महागठबंधन ने जीत दर्ज की थी।
कांग्रेस के लिए भी इस चरण के चुनाव महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहे आर.पी.एन सिंह कुशीनगर सीट से मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं तो महाराजगंज सीट पत्रकार से राजनेता बनी सुप्रिया श्रीनेत चुनाव मैदान में खड़ी हैं।
अगर 2014 में यहां महागठबंधन के सपा और बसपा घटक दल को दिए गए मतों को देखे तो, दोनों पार्टियों के संयुक्त वोट शेयर 13 में से केवल चार सीटों में भाजपा से ज्यादा होते हैं।
सीट जहां महागठबंधन के लिए जाति और समुदाय का समीकरण काम कर सकता है, वह घोसी, बलिया, गाजीपुर और चंदौली हैं। बाकी सीटों पर 2014 के आंकड़ों के हिसाब से महागठबंधन भाजपा से पीछे है।
2014 में गोरखपुर में, सपा व बसपा का संयुक्त वोट शेयर भाजपा से कम था, तब योगी आदित्यनाथ ने 5,39,127 मत हासिल किए थे।
लेकिन भाजपा यहां समाजवादी पार्टी के प्रवीण निषाद के हाथों उपचुनाव हार गई और पहली बार योगी के गढ़ में सेंध लगी थी।
प्रवीण निषाद हालांकि इस बार भाजपा के साथ हैं और वह संत कबीर नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि भोजपुरी अभिनेता रविकिशन गोरखपुर से भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं।
इस चरण में भाजपा की सहयोगी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मिर्जापुर से चुनाव मैदान में हैं। वह संप्रग के ललितेश त्रिपाठी और महागठबंधन के प्रत्याशी राजेंद्र एस विंद के सामने खड़ी हैं।
वहीं भाजपा की तरफ से गाजीपुर से केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा और चंदौली से महेंद्र नाथ पांडेय चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा इस बात को लेकर आश्वस्त है कि स्थिति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में है जिससे जाति और समुदाय का समीकरण अस्थिर हो जाएगा।
महाराजगंज(2014)
विजेता : पंकज-भाजपा-4,17,542
अखिलेश : सपा- 2,13,974
काशी नाथ शुक्ला : बसपा- 2,31,084
सपा और बसपा को मिलाकर – 4,45,058
फायदा : भाजपा
2019 में उम्मीदवार
पंकज चौधरी-भाजपा
सुप्रिया श्रीनेत – संप्रग
अखिलेश सिंह – महागठबंधन
तनुश्री त्रिपाठी- पीडीए
गोरखपुर(2014)
विजेता : योगी आदित्यनाथ-भाजपा – 5,39,127
राजमती निषाद- सपा- 2,26,344
रामभुआल निषाद- बसपा- 1,76,412
सपा और बसपा मिलाकर- 4,02,756
फायदा : भाजपा
2019 में उम्मीदवार
रवि किशन : भाजपा
मधुसुदन त्रिपाठी : संप्रग
रामभुआल निषाद : महागठबंधन
कुशीनगर(2014)
विजेता : राजेश पांडे ऊर्फ गुड्ड-भाजपा-3,70,051
कुंवर रतनजीत प्रतात नारायण सिंह- कांग्रेस – 2,84,511
राधा श्याम सिंह- सपा- 1,11,256
डॉ. संगम मिश्रा- बसपा- 1,32,881
सपा और बसपा मिलाकर- 2,44,137
फायदा-भाजपा
2019 में उम्मीदवार
विजय दुबे : भाजपा
आर.पी.एन. सिंह : संप्रग
नथुनी प्रसाद कुशवाहा : महागठबंधन
देवरिया(2014)
विजेता : कलराज मिश्रा-भाजपा-4,96,500
नियाज अहमद- बसपा-2,31,114
बलेश्वर यादव-सपा-1,50,852
सपा और बसपा मिलाकर-3,81,966
फायदा : भाजपा
2019 में उम्मीदवार
रमापति राम त्रिपाठी-भाजपा
नियाज अहमद-संप्रग
विनोद कुमार जायसवाल-महागठबंधन
बांसगांव(2014)
विजेता : कमलेश पासवान-भाजपा-4,17,959
गोरख प्रसाद पासवान-सपा-1,33,675
सादल प्रसाद-बसपा-2,28,443
सपा और बसपा मिलाकर – 3,62,118
फायदा : भाजपा
2019 में उम्मीदवार
कमलेश पासवान-भाजपा
कुश सौरभ – संप्रग
सादल प्रसाद-महागठबंधन
सुरेंद्र प्रसाद भारती-पीडीए
घोसी(2014)
विजेता : हरि नारायण राजभर-भाजपा-3,79,797
दारा सिंह चौहान-बसपा-2,33,782
राजीव कुमार राय-सपा-1,65,887
सपा और बसपा को मिलाकर-3,99,669
फायदा : महागठबंधन
2019 में उम्मीदवार
हरि नारायण राजभर : भाजपा
बालकृष्ण चौहान- संप्रग
अतुल रॉय-महागठबंधन
सलेमपुर(2014)
विजेता-रविंद्र कुशवाहा-भाजपा-3,92,213
रवि शंकर सिंह ‘पप्पू’-बसपा-1,59,871
हरिवंश सहाई कुशवाहा – 1,59,788
सपा और बसपा मिलाकर-3,19,559
फायदा: भाजपा
2019 में उम्मीदवार
रविंद्र कुशवाहा : भाजपा
राजेश मिश्रा : संप्रग
बी.एस.कुशवाहा : महागठबंधन
डॉ. अजीमुल्लाह अंसारी : पीडीए
बलिया(2014)
विजेता: भरत सिंह-भाजपा-3,59,758
विरेंद्र कुमार पाठक-बसपा-1,41,684
नीरज शेखर-सपा-2,20,324
सपा और बसपा मिलाकर-3,62,008
फायदा : महागठबंधन
2019 में उम्मीदवार
विरेंद्र सिंह मस्त : भाजपा
सनातन पांडेय : महागठबंधन
गाजीपुर(2014)
विजेता : मनोज सिन्हा-भाजपा-3,06,929
कैलाश नाथ सिंह यादव- बसपा-2,41,845
श्रीमती शिवकन्या कुशवाहा : सपा-2,74,477
सपा और बसपा को मिलाकर-5,16,322
फायदा : महागठबंधन
2019 में उम्मीदवार
मनोज सिन्हा-भाजपा
अजित प्रताप कुश्वाहा-संप्रग
अफजल अंसारी : महागठबंधन
चंदौली(2014)
विजेता-डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय-भाजपा-4,14,135
अनिल कुमार मौर्या-बसपा-2,57,379
रामकिशुन : सपा-2,04,145
सपा और बसपा मिलाकर-4,61,524
फायदा : महागठबंधन
2019 में उम्मीदवार
महेंद्र नाथ पांडेय-भाजपा
शिवकन्या कुशवाहा-संप्रग
संजय चौहान-महागठबंधन
वाराणसी(2014)
विजेता-नरेंद्र मोदी-भाजपा-5,81,022
अरविंद केजरीवाल-आप-2,09,238
अजय राय-कांग्रेस-75,614
कैलाश चौरसिया-सपा-45,291
विजय प्रकाश जयसवाल-बसपा-60,579
सपा और बसपा को मिलाकर-1,05,870
फायदा भाजपा
2019 में उम्मीदवार
नरेंद्र मोदी-भाजपा
अजय राय-संप्रग
शालिनी यादव-महागठबंधन
मिर्जापुर(2014)
विजेता-अनुप्रिया पटेल: अपना दल-4,36,536
समुद्र बिंद-बसपा-2,17,457
सुरेंद्र सिंह पटेल-सपा-1,08,859
ललितेश पति त्रिपाठी-कांग्रेस-1,52,666
सपा और बसपा के मिलाकर-3,26,316
फायदा : राजग
2019 में उम्मीदवार
अनुप्रिया पटेल-राजग
ललितेश त्रिपाठी-संप्रग
राजेंद्र एस विंद-महागठबंधन
राबर्ट्सगंज(2014)
विजेता: छोटेलाल-भाजपा-3,78,211
पकौड़ी लाल कौल-सपा-1,35,966
शरद प्रसाद-बसपा-1,87,725
सपा और बसपा को मिलाकर : 3,23,691
फायदा : भाजपा
2019 में उम्मीदवार-
पकौड़ी लाल : भाजपा
भागवत प्रसाद चौधरी : संप्रग
भाल लाल कौल-महागठबंधन
त्रिवेणी प्रसाद खारवर-पीडीए