इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ईरान के आक्रमक रवैये के खिलाफ समर्थन को दोहराया है। वांशिगटन और तेहरान के बीच तनाव में इजाफा जारी है। बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका द्वारा येरुशलम में दूतावास खोलने के एक वर्ष पूरे होने के आयोजन में बयान दिया था।
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “इजराइल और सभी क्षेत्रीय देशों व विश्व में शान्ति की इच्छा रखने वाले सभी देशों को ईरान की सरकार के आक्रमक रुख के खिलाफ एकजुट होकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का सहयोग करना चाहिए।” अमेरिका ने गत वर्ष ईरान के साथ साल 2015 में हुई परमाणु संधि को तोड़ दिया था और इस निर्णय का दुश्मन ईरान ने स्वागत किया था।
उन्होंने कहा कि “हमें इजराइल को मज़बूत बनाये रखना होगा और अमेरिका के साथ अत्यावश्यक संबंधों को मज़बूती प्रदान की जानी चाहिए।” अमेरिका ने मध्य पूर्व में एक युद्धपोत और एक बमवर्षक की तैनाती की है ताकि तेहरान के खतरे को मात दी जा सके।
दोनों पक्षों के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद ईरान और अमेरिका ने कहा कि वह जंग नहीं चाहते हैं। डोनाल्ड ट्रम्प की मध्य पूर्व नीति का बेंजामिन नेतन्याहू कट्टर समर्थक है। डोनाल्ड ट्रम्प ने इजराइल की राजधानी तेलअवीव से दूतावास को येरुशलम में स्थातान्त्रित किया था।
अमेरिका ने ईरान के साथ साल 2015 में हुई परमाणु संधि को तोड़ दिया था जिससे यूरोप, रूस और चीन नाराज़ हो गए थे। बेनजमीन नेतन्याहू ने कहा कि “वह ईरान को कोई भी परमाणु हथियार का निर्माण नहीं करने देंगे जिसे ईरान ने खारिज किया और कहा कि उनकी आवाम ही उनके मंसूबे हैं।