सूडान की राजधानी खारर्तूम में सोमवार को हिंसा के स्तर में वृद्धि के साथ ही एक सैनिक सहित पांच लोगो की मृत्यु हो गयी थी। इससे पूर्व ट्रांज़िशनल मिलिट्री और विपक्ष के बीच देश चलाने के लिए समझौते पर सहमति बन गयी थी। हुक्मरान सैन्य परिषद् ने अल जजीरा से कहा कि “सैन्य मुख्यालय के बाहर बैठे प्रदर्शनकारियों पर अज्ञात तत्वों ने गोलीबारी कर दी थी इसमें तीन सैनिक और कई प्रदर्शनकारी जख्मी हुए हैं।”
प्रदर्शनकारियों पर हमला
चिकित्सक समिति ने भी चार प्रदर्शनकारियों की मृत्यु की पुष्टि की है लेकिन स्पष्ट नहीं है कि मुख्यालय के बाहर बैठने के दौरान उनकी हत्या हुई थी। टीएमसी ने कहा कि सेना शांतपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर कभी गोलीबारी नहीं करेगी।
सैन्य ख़ुफ़िया विभाग के प्रमुख होथेफाह अब्दुल मलिक ने कहा कि “कुछ लोग है जो इन समूहों में घुसपैठ कर रहे हैं, उनके पास हथियार है और उन्होंने हमारे कुछ सैनिको को निशाना बनाया था। हम इन लोगो, उनके तत्वों और उकसावे की योजना से वाकिफ है। उन्होंने सेना पर गोलाबारूद के साथ निशाना साधा था लेकिन इन तत्वों ने सैनिकों पर हमला करने के लिए ओट वाले क्षेत्र का इस्तेमाल किया था।”
सैन्य मुख्यालय के बाहर बैठे प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उनमे से किसी के समक्ष भी हथियार मौजूद नहीं है। सेना और विपक्षी गठबंधन के बीच नागरिक सरकार को लेकर वार्ता सोमवार को बहाल होगी। दोनों पक्षों ने संप्रभु, कार्यकारी और विधि निर्माण संस्थाओं की कार्यप्रणाली के समझौते को तैयार कर दिया है।
सेना और विपक्ष में बातचीत
सैन्य परिषद् के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल शम्स अल दिन कबशी ने कहा कि “हमने ट्रांज़िशनल अथॉरिटी की संरचना पर चर्चा की थी और हम इस पर पूरी तरह सहमत है। साथ ही हमने ट्रांज़िशनल समयसीमा में शासन प्रणाली पर भी रज़ामंदी जारी की है।”
उन्होंने कहा कि “हम कल संप्रभु स्तर और ट्रांज़िशनल पीरियड की समयसीमा तय करने के लिए बातचीत जारी रखेंगे। अल्लाह की मर्जी से हम इन दो बिंदुओं पर भी सहमति देंगे।”
सरकार ने बीते वर्ष ब्रेड की कीमतों में तीन गुना इजाफा करने का निर्णय लिया था इसके बाद दिसंबर से प्रदर्शन का दौर शुरू हुआ था। प्रदर्शन सम्बंधित हिंसा में अब तक 90 से अधिक लोगो की मौत हुई है जबकि सरकारी आंकड़ा 65 का है।