मुंबई इंडियंस की टीम के लिए किरोन पोलार्ड रविवार को राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में सबसे खुशमिजाज आदमी थे इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल मैच में उनकी टीम ने चेन्नई सुपर किंग्स को 1 रन से मात देकर चौथे आईपीएल खिताब पर कब्जा किया। बात यही खत्म नही होती, पोलार्ड टीम के लिए चारो सीजन में टीम का हिस्सा भी रहे है।
मुंबई इंडियंस की टीम ने इस सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 4 मैच खेले है जहां उन्होने चारो मैचो में टीम को मात दी है और सीजन का अंत भी एक शानदार तरीके से किया है।
पोलार्ड, जो अपनी टीम के लिए नाबाद 41 रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, उन्हें अपने जन्मदिन पर अपनी टीम के खिलाड़ियो से शानदार तोहफा मिला लेकिन मैच के दौरान पिच पर उनके लिए कुछ ठीक नही रहा क्योंकि वह बल्लेबाजी करते वक्त वाइड गेंद ना दिए जाने पर अंपायर से बहस में उलझ गए थे। जिसमें इससे पहले पोलार्ड ने अपने बल्ले को हंवा में फेंककर निराशा व्यक्त की और उसके बाद फेंकी जा रही गेंद पर वह ऑफ स्टंप पर खड़े थे और जैसे ही गेंदाबज रन-अप ले रहा था वह क्रीज से हट गए।
यह घटना मुंबई इंडिंयस की पारी के आखिरी ओवर में देखने को मिली जब सीएसके के ड्वेन ब्रावो गेंदबाजी कर रहे थे। ब्रावो ने अपने ओवर की शुरुआत कुछ ऑफ स्टंप में वाइड गेंद फेंककर शुरु कि और पोलार्ड को चकमा दिया। जब ब्रावो ने पहली गेंद फेंकी थी तो वह बल्लेबाजी के लिए ऑफ स्टंप तक चले गए और उस गेंद पर कोई रन नही बटौर सके लेकिन आखिरी गेंद पर वह अपनी क्रीज पर से हिले तक नही और गेंद वाइड थी लेकिन अंपायर ने उसे वाइड करार नही दिया। जिससे पोलार्ड को अंपायर का यह फैसला बिलकुल भी पंसद नही आया और उन्होने हवा में अपना बल्ले उछालकर नाराजगी व्यक्त की और अगली गेंद पर मैच में बाधा डाली।