लालू यादव के बयान के बाद लग रहा था कि तेजप्रताप के ऊपर चल रहा सियासी विवाद थम जाएगा लेकिन बीजेपी नेताओं के तेवर देखकर फिलहाल ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है। जबसे तेजप्रताप ने सुशिल मोदी के बेटे की शादी में आकर घर में घुसकर मारने की धमकी दी है, तबसे पुरे बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया है।
नेताओं के जवाबी बयान कुछ ऐसे है जिससे बिहार में स्थिति एकदम ‘शीत युद्ध’ के सामान बन गयी है। तेजप्रताप के बयान के बाद आरजेडी इस मामले में कुछ भी कहने से बचती आ रही थी, लेकिन बीजेपी ने बार बार जवाबी हमले करके आरजेडी के लिए मुश्किलें खडी कर दी है।
इस मामले में तेजप्रताप पर राजनीतिक हमले तेज हो गए है। जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा कि ”लगता है कि लालू जी के साथ सबको जेल जाने की जल्दी है। प्रवक्ता बाबा लगता हैं कान में फूंके हैं की जेल जाओगे तब वोट मिलेगा तभी है ये पागलपन।”
लगता हैं लालू जी के साथ सबको जेल जाने की जल्दी हैं , प्रवक्ता बाबा लगता हैं कान में फूंके हैं की जेल जाओगे तब वोट मिलेगा तभी ये पागलपन
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) November 23, 2017
बीजेपी के नेताओं ने लगातार तेजप्रताप पर शब्दों के बाण चलाए तो मामला हाथ से निकलता देख लालू यादव ने अपनी राजनीतिक सूझ बुझ का इस्तेमाल किया। लालू ने सुशील को विश्वास दिलाया की उनका बेटा कोई अप्रिय हरकत नहीं करेगा। इस बयान के बाद माना जाने लगा था कि अब यह विवाद थम जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
मामले में बड़ा मोड तब आ गया जब पटना बीजेपी कार्यालय के प्रेस प्रभारी ने आग में घी का काम करते हुए यह ऐलान कर दिया कि तेजप्रताप को थप्पड़ मारने वाले को वो एक करोड़ का इनाम देंगे। उनका बयान पलक झपकते ही पुरे मीडिया में आ गया।
इस बयान के बाद राज्य का माहौल गरमा गया। स्थिति को भांपते हुए खुद सुशील मोदी बिच बचाव में आ गए। उन्होने इस बयान को चिंताजनक तथा निंदनीय बताया और कहा हम इस बयान का समर्थन नहीं करते। उन्होने कहा कि दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।