ट्वीटर ने जुलाई से दिसंबर 2018 तक आतंकवाद का प्रचार कर के नियमों का उल्लंघन करें पर 166000 खातों को बंद कर दिया है। कंपनी ने कहा कि “हमारी जीरो टोलेरेंस पॉलिसी के कारण आतंकी समूहों द्वारा इस मंच को इस्तेमाल करने में निरंतर कमी आयी है।
जनवरी से जून 2018 के आंकड़ों के मुकाबले 19 फीसदी की कमी आयी है। अगस्त 2015 से ट्वीटर ने आतंकवाद के प्रचार के कारण 14 लाख अकाउंट बंद कर दिए हैं। कंपनी के कहा कि “आतंकी खातों को बंद करने की उनकी कार्यप्रणाली का परिणाम है कि आतंकी सम्बंधित कंटेंट का प्रचार करने वाले 91 प्रतिशत खातों को आंतरिक तकनीक की मदद से बंद कर दिया।
ट्वीटर के मुताबिक, अधिकतर मामलो में शुरुआत में ही कार्रवाई की गयी है। सोशल मीडिया गूगल, फेसबुक और ट्वीटर के लिए सबसे चिंता नियामक और वैश्विक सरकारी संथाओं की तरफ से आतंकी विचारधारा का प्रचार करने वाले कंटेंट पर तत्काल कार्रवाई का दबाव है। कई वर्षों में महिलाओं और पुरुषों ने ट्वीटर और फेसबुक अकाउंट के जरिये आतंकी संगठनों को ज्वाइन किया है।
सुविधा, सामर्थ्य और अधिकतर जनता तक पंहुच के कारण आतंकी समूहों ने सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल शुरू कर दिया है ताकि नफरत को फैला सके और अपने संगठन में नए सदस्यों की भर्ती कर सके। शुरुआत में ट्वीटर ने आतंकी समूहों के आधिकारिक पेज को डाउन कर दिया और उनके खातों को अनिर्हित कर दिया था लेकिन इनमे से अधिक अपने फोल्लोवेर्स से तस्वीरों और वीडियो को पोस्ट करवाते थे।
ट्वीटर ने कहा कि “कंटेंट को हटाने की आठ प्रतिशत वैश्विक आग्रह मिले थे जिसमे अमेरिका 30 फीसदी एक साथ शीर्ष पर है। अमेरिका ने 13 फीसदी, भारत ने छह फीसदी, जर्मनी ने छह फीसदी और फ्रांस ने पांच फीसदी थी।