सीवान, 8 मई (आईएएनएस)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां बुधवार को आरोप लगाया कि विपक्ष भ्रम फैलाने में लगा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद को अदालत ने चारा घोटाले में सजा दी और अब ये कहते हैं कि उन्हें फंसाया गया है।
सीवान के दरौली में जद (यू) प्रत्याशी कविता सिंह के पक्ष में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि 15 साल लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी को काम करने का मौका मिला, परंतु इन लोगों ने बिहार की जनता के लिए कुछ नहीं किया।
उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ लोग काम नहीं करना चाहते, वे भ्रम फैलाकर वोट पाने में लगे हैं। हम तो काम के आधार पर वोट मांगते हैं। अपनी मजदूरी मांगते हैं।”
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर आरक्षण के मामले पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर विपक्ष वोट पाने के लिए लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा, “वर्ष 2001 में पंचायत चुनाव हुआ, जिसमें महिलाओं को तो छोड़ दीजिए, अति पिछड़ों, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को भी आरक्षण नहीं था। 2005 में आपने हमें काम करने का मौका दिया। 24 नवंबर को काम संभाला और तीन माह बाद पंचायत का चुनाव था। कानून बनाकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अतिपिछड़े वर्ग को आरक्षण और महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया।”
उन्होंने बिहार में किए जा रहे विकास कार्यो का भी उल्लेख करते हुए लोगों से किए गए काम के बदले वोट के रूप में मजदूरी मांगी।