चीन अब अपने देश में रहने वाले कुछ समुदायों पर जातीय हिंसा पर उतारू हो चुका है। पहले तो चीन ने इस्लाम धर्म को मानने वाले उइघुर समुदाय के ऊपर बड़े पैमाने पर दमनात्मक कार्रवाई की।
इसके बाद अब शिंजियांग में कजाख समुदाय पर चीन अब घोर दमन कर रहा है। चीन कजाख लोगों के साथ धर्म के नाम पर भेदभाव व परेशान कर रहा है। कजाख लोगों को इस्लाम धर्म का पालन करने से चीन रोक रहा है, जिसमें दिन में पांच बार प्रार्थना करना भी शामिल है।
विभिन्न रिपोर्टों के मुताबिक शिंजियांग में आम तौर पर चीन की इस तरह की कार्रवाई सामने आती रही है। इससे पहले शिंजियांग प्रांत में इस्लाम धर्म को मानने वाले उइघुर समुदाय के लोगों पर चीन ने हिंसात्मक कार्रवाई की थी। इन लोगों को धर्म के आधार पर प्रताडित किया गया, जिसमें कई लोगों की मौत भी हो चुकी है।
चीन की सीमा के पास कजाखिस्तान से कई लोग चीन देश में बेहतर जीवन की तलाश में चले गए थे। लेकिन उनमें से अब ज्यादातर लोगों पर चीनी सरकार प्रताड़ना कर रही है।
कजाख समुदाय के इस्लाम मानने पर प्रतिबंध
पिछले एक साल से शिंजियांग प्रांत में रहने वाले कजाख समुदाय ने पाया कि चीनी सुरक्षा एजेंसिया कजाख लोगों के जीवन पर कई तरीके से अनुचित प्रतिबंध लगा रही है।
खास कर चीनी सरकार द्वारा कजाख समुदाय के धार्मिक रिवाजों से संबंधित कई प्रतिबंध लगाए जा रहे है। इन प्रतिबंधों का पालन नहीं करने पर इन पर अत्याचार भी चीन में किए जा रहे है।
जानकारी के मुताबिक कुछ महीने पहले शिंजियांग के करामाय शहर में पुलिस ने कम से कम 10 कजाखों को उइघुर के साथ घनिष्ठ संबंध संबंधों के लिए गिरफ्तार किया था।
फिर उसके बाद अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में चीनी प्रशासन ने करीब 30 हजार से ज्यादा कजाख परिवारों के घरों में जबरन खोज की और कुरान, प्रार्थना संबंधित सामान, मोती और अन्य धार्मिक लेखों को जब्त कर लिया।
साथ ही इन इलाकों में चीनी सुरक्षा बलों की मौजूदगी को भी बढ़ा दिया गया है। अलग-अलग चीनी अधिकारियों ने कजाख जातीय चीनी नागरिकों को अपने पासपोर्ट सौंपने का आदेश भी जारी किया है।
गौरतलब है कि दशकों से शिंजियांग का सबसे बड़ा जातीय समूह उइघुर के साथ चीनी सरकार गंभीर उत्पीड़न कर रही है। पिछले कुछ सालों में सरकार ने उन पर बड़े पैमाने पर धार्मिक प्रतिबंध लगाए है।
अब ऐसा लगता है कि चीनी सुरक्षा एजेंसियों ने उइघुर समुदाय की तरह ही कजाखों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। चीन और कजाखस्तान सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं और कजाख सरकार चीन के प्रति सकारात्मक कदम उठाती है। हालांकि कजाकिस्तान देश में चीनी उपस्थिति बढ़ने के खिलाफ एक बढ़ती नाराजगी है।