अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ के बयान पर भड़कते हुए रूस के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि “उनका बयान सरासर गलत है कि किम जोंग उन की रूस की यात्रा से उत्तर कोरिया के रॉकेट लांच करने नाता है।” माइक पोम्पिओ के आरोपों को ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा कि “ऐसा सम्बन्ध पूरी तरह गलत है और इसे स्पष्ट तौर पर जाहिर किया जा सकता है।”
अमेरिकी अधिकारीयों के मुताबिक, किम जोंग उन ने नए हथियारों को लांच करने का निर्णय बीते माह रुसी राष्ट्रपत्ति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद लिया था। माइक पोम्पिओ ने सोमवार को कहा था कि “इतिहास के सबसे कठोर प्रतिबन्ध अभी उत्तर कोरिया पर लागू है जो आज नेता किम जोंग उन पर दबाव बना रहे हैं। आप रूस की यात्रा के बाद क्या हुआ देख सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि “व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद उन्होंने इस कार्रवाई का निर्णय लिया था।” 4 मई को उत्तर कोरिया ने कम मारक क्षमता की प्रोजेक्टाइल को लांच किया था। इसे अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता के ठप हो जाने की निराशा के तौर पर देखा जा रहा है।
उत्तर कोरिया की मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ड्रिल से देश की सेना की लॉन्ग रेंज अर्टिलरी और सामरिक निर्देशित हथियारों को संभालने की क्षमता को आँका जा रहा था। साथ ही फायर मिशन की क्षमता और रक्षा इकाई की खात्मे की क्षमता को जांचा गया था।
लांच के बावजूद डोनाल्ड ट्रम्प ने अपना सहयोग किम जोंग को दिया था। ट्रम्प ने कहा कि “किम जानता है कि मैं उनके साथ हूँ और वह मुझसे किया वादा नहीं तोड़ना चाहते हैं। संधि जरुरी होगी।” फरवरी में हनोई में आयोजित मुलाकात के बगैर किसी समझौते के रद्द होने के बाद दोनों पक्षों के बीच मतभेद बढ़ गए हैं।
यूएन ने शुक्रवार को बताया कि एक करोड़ से अधिक उत्तर कोरिया के नागरिक भोजन की कमी से जूझ रहे हैं।इसका कारण प्राकृतिक आपदा, देश पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबन्ध हैं।