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    रॉबिन उथप्पा

    इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 के आखिरी लीग मैच में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में कल मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम आमने-सामने थी। जहां कोलकाता की टीम को प्लेऑफ में स्थान पाने के लिए जीत जरुरी थी। लेकिन केकेआर की टीम सभी विभागो में संघर्ष करते नजर आई और टीम को एक अहम मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।

    नेट रन-रेट, समीकरण, क्रमपरिवर्तन, ने भी कोलकाता की पारी में सनराइजर्स हैदराबाद का साथ दिया। सीजन के अपने सबसे बड़े और अहम मैच में टीम पूरी तरह विफल नजर आई। पहले टॉस टीम के पक्ष में नही गया। जहां पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम 133 रन ही बना सकी और टीम के सबसे अमूल्य खिलाड़ी आंद्रे रसेल बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। जिसके बाद मुंबई की टीम को इस छोटे और आसान लक्ष्य का पीछा करने में कोई परेशानी नही हुई।

    और आपके पास मैच में रॉबिन उथप्पा भी थे। हां, वह मैच में टॉप स्कोरर और उन्होने 47 गेंदो में 40 रन बनाए जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 85.10 का था और उन्होने कोलकाता की प्लेऑफ में पहुचंने की उम्मीदो को कम कर दिया था। वे कल भाग्यशाली नही थे क्योंकि उन्होने जिन 47 गेंदों का सामना किया, उनमें से 24 गेंद डॉट थी। जिसका मतलब चार ओवर मैडन। अगर कोलकाता की पूरी पारी की बात करे तो 60 गेंद डॉट रही जिनमें कोई रन नही आया। जिसका सीधे मतलब यह कि 20 ओवरो में से 10 ओवर में कोई रन नही गया।

    उथप्पा को अपनी 71 मिनट की पारी में रन बनाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने 47 गेंदों में से 26 का नियंत्रण नहीं किया। केवल एक बार आईपीएल के इतिहास में एक बल्लेबाज ने एक पारी में अधिक नॉट-इन कंट्रोल गेंदों को खेला था – किंग्स इलेवन पंजाब के पॉल वेल्थटी ने 2011 में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ (50 में से 29 नॉट-इन-कंट्रोल गेंदों का सामना किया)।

    यह उथप्पा के लिए एक बेहद निराशाजनक सीजन रहा है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ कोलकाता को मिली घरेलू हार के बाद उन्हें दो मैचों के लिए बाहर कर दिया गया था। उस मैच में कोलकाता के 214 रन का पीछा करने के दौरान उन्होंने 20 गेंदों पर 9 रन बनाए थे जिसके कारण कोलकाता 203 रन ही बना सकी।

    उथप्पा बेहतर के हकदार थे। भारत के उद्घाटन 2007 के विश्व टी 20 विजेता टीम के एक प्रमुख सदस्य, उनके पास एक उत्कृष्ट आईपीएल 2014 सीजन था, जो टूर्नामेंट के प्रमुख रन-स्कोरिंग के रूप में समाप्त हुआ। केकेआर की टीम उस साल चैंपियन थी। हालांकि यह 2019 है। और कोलकाता का सीजन खत्म हो गया है।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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