अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को गाज़ा पट्टी पर हिंसा को खत्म करने का आग्रह किया और इसके लिए इजराइल से अपने प्रयासों को बढ़ाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र को अधिक कष्ट में डाल देगी। हमास और इजराइल की सेना के बीच रॉकेट फायर से तनाव काफी बढ़ा हुआ है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट किया है कि “एक बार फिर, आतंकी समूह हमास और इस्लामिक जिहाद ने इजराइल पर घातक रॉकेट से प्रहार किया है। इजराइल द्वारा अपने नागरिकों की रक्षा करने के लिए हम उनका शत प्रतिशत करते हैं। गाज़ा की जनता, इजराइल के खिलाफ इन आतंकी गतिविधियों से कुछ हासिल नहीं होगा लेकिन अधिक कष्ट जरूर होगा हिंसा को समाप्त करो और शान्ति की तरग अग्रसित हो, यह जरूर मुमकिन है।”
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गाज़ा-इजराइल सीमा पर दोनों पक्षों के सैनिको के बीच हिंसक तनाव में काफी इजाफा हुआ है और दोनों पक्षों के बीच मिस्र ने सुलह करने की कोशिश की थी। इसके बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर रॉकेट दागा और गोलीबारी की थी, इसमें 24 फिलिस्तानियों और तीन इजराइल के अफसरों की मौत हो गयी थी।
इजराइल की सेना ने दावा किया कि गाज़ा पर हुकूमत करने वाली हमास और जिहादी तत्वों ने उन पर 600 रॉकेट दागे थे। इसके प्रतिकार में सेना ने गाज़ा चरमपंथियों के 250 ठिकानों को निशाना बनाया था। रविवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “उन्होंने सेना को गाज़ा के खिलाफ भारी हवाई हमले करने के आदेश दिए हैं।”
साप्ताहिक प्रदर्शन के लिए 5000 फिलिस्तानियों का हुजूम सड़कों पर उतरा था। इसके बाद से इजराइल-गाज़ा सीमा पर सैन्य गतिविधियों में खासा इजाफा हुआ है। ‘ग्रेट मार्च ऑफ़ रिटर्न’ या साप्ताहिक प्रदर्शन बीते वर्ष शुरू हुआ था। साल 1948 में इजराइल के निर्माण के दौरान फिलिस्तानियों को भागने के लिए मज़बूर किया गया था।