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    Ashok-Gehlot-

    चोमू, जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत नें आज जयपुर के चोमू में आयोजित जनसभा को संबोधित किया और इस दौरान अपनी सरकार की आगामी योजनाओं के बारे में बताया।

    अशोक गहलोत नें अपने भाषण में कहा, “आप सबको मालूम है कि राहुल जी ने लगातार जो आह्वान किया है प्रदेशवासियों को जिसके कारण हमारी सरकार बनी, सरकार बने हुए 3 महीने हुए हैं अभी और 3 महीने में जो राहुल जी की भावना थी उसके अनुरूप हम लोगों ने कमी नहीं रखी फैसले करने में। कर्ज माफ किए कॉपरेटिव बैंक के, भूमि विकास बैंक के और हमने वादा कर रखा है इलेक्शन की आचार संहिता आ गई। केंद्र सरकार की नेशनल बैंक होती है उनसे बातचीत चल रही है चुनाव होते ही 200000 तक के कर्जे का वादा किया है वह हम निभाएंगे यह मैं आपको निवेदन करना चाहता हूं।”

    गहलोत नें आगे कहा, “हमने कहा 5 साल तक बिजली की दरें नहीं बढ़ाएंगे, पहले आपको अनुभव है सरकार बनी हमारी तब हमने घोषणा करी थी उसको निभाई थी। इसी प्रकार से किसानों के लिए जो हमने कहा है वह पहले करके दिखाया, अब भी मैंने कहा है कि एक लाख कनेक्शन कुओं पर देने का वह काम आधे से ज्यादा हो चुका है और मैं कहना चाहूंगा कि आप निश्चिंत रहे उसमें कोई कमी नहीं आएगी।”

    उन्होनें आगे कहा, “इसी प्रकार हमने आते ही पेंशन 500 थी उसको 750 करी और 750 की 1000 रूपये करी, इस प्रकार से हमने एक नया फैसला किया गाँवों के अंदर पानी पूरा निशुल्क दिया गया है कोई बिल नहीं आएगा। तो जो मेनिफेस्टो में लिखा हमने उसके अनुसार हम तमाम वादे पूरे कर रहे हैं, दवाइयां जो महंगी है कैंसर, हार्ट और किडनी की वो 600 दवाइयों के साथ इनको भी फ्री में देने की घोषणा कर दी है।”

    अशोक गहलोत ने आगे कहा, “राहुल जी ने कहा है मेनिफेस्टो में कि जो हमारे नौजवान साथी है उद्योग, इंडस्ट्री लगाना चाहते हैं 3 साल तक उनको सरकार के पास में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, वो वादा भी राहुल जी की भावना के अनुरूप हम लोगों ने ऑर्डिनेंस जारी कर दिया है उसका लाभ आपको आने वाले वक्त भी मिलेगा। आर्थिक आधार पर आरक्षण की बात है एससी,एसटी, ओबीसी के अलावा जो कानून बना है वह भी राजस्थान में लागू कर दिया गया है। तो कहने का मतलब यह है की जो कहा है राहुल जी का कहना है, या तो कहो मत या जो कहो उस काम को करके दिखाओ इस सिद्धांत पर कांग्रेस चलती है।”

    मोदी सरकार पर हमला करते हुए उन्होनें आगे कहा, “मोदीजी की तरह जुमलेबाजी करना, जिस प्रकार से झूठे वादे किए ब्लैक मनी लेकर आएंगे ₹1 लेकर नहीं आए, नौकरियां देंगे 2 करोड़ नौजवानों को उसका जिक्र भी नहीं करते हैं, महंगाई कम कर देंगे पर भाव बढ़ते गए डीजल पेट्रोल के, पिंक रिवोल्यूशन का कहा उन्होंने आप जानते हैं कि इनके वक्त में क्या हुआ है, ना गंगा की सफाई हुई और ना बुलेट ट्रेन आई, जो वादे इन्होंने किए थे देश की जनता से वह तमाम वादे झूठे साबित हुए हैं। आज लोकतंत्र में कायदा होता है कि जनता दरबार में जाकर कहो की 5 साल की उपलब्धियां हमारी यह है , अगले 5 साल में यह काम करना चाहते हैं पर मोदी जी उस पर विश्वास नहीं करते हैं मोदी जी तमाम पुरानी बातें भूल चुके हैं अब वह कभी राम मंदिर का नाम लाते हैं चुनाव के वक्त में, अब वह कभी सेना की बात करते हैं, अरे सेना का शौर्य और पराक्रम तो इतिहास में दर्ज है 62 का युद्ध हुआ देश के अंदर, 65 की लड़ाई में पाकिस्तान के साथ हम विजय हुए थे, इंदिरा गांधी जी ने बांग्लादेश को आजाद करवा दिया 93 हजार उनके जनरल, कर्नल, मेजर, सैनिक बंदी बना दिए हमारी फौजों ने, हथियारों के साथ सरेंडर करवा दिया दुनिया देखती रह गई और अटल जी को कहना पड़ा हाउस के अंदर इंदिरा गांधी दुर्गा का रूप है वो टाइम भी हमने देखा है। क्या मोदी जी के मुंह से सुना कभी आपने कि हमारे देश में ऐसे ऐसे प्रधानमंत्री हुए हैं जिनके वक्त में सेनाओं ने ऐसे शौर्य और पराक्रम को दिखाया है, एक शब्द भी नहीं निकला।”

    उन्होनें आगे कहा, “पंजाब में आतंकवाद था कितने लोग मारे जाते थे इंदिरा जी ने साहस दिखाया उनको मालूम था मेरी जान जा सकती है, जान चली गई उसकी परवाह नहीं करी और मरने के 1 दिन पहले उड़ीसा के अंदर कहा कि मेरी जान जा सकती है उसकी में परवाह नहीं करती हूं अगर मेरी जान जाएगी तो मेरे खून का एक एक कतरा देश को मजबूती प्रदान करेगा यह कहा था इंदिरा गांधी जी ने। जिस देश में 70 साल पहले सुई नहीं बनती थी, कपड़े पहनने को नहीं थे, सड़के नहीं थी, पानी नहीं था, बिजली नहीं थी, स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं थी, ना स्कूल थी और ना कॉलेज थे पूरा ढांचा खड़ा हुआ देश के अंदर 70 साल में और कल मोदी जी आए जयपुर के अंदर बोल रहे थे 55 साल के गड्ढे खुदे हुए थे वह भरने का मैं काम कर रहा हूं, अरे मोदी जी कुछ तो शर्म करो किस प्रकार से आप बात बोलते हो, क्या क्या बोलते हैं आप? मेरे बारे में क्या क्या कहा उन्होंने, पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है राजस्थान का मुख्यमंत्री शर्म आनी चाहिए, अरे प्रधानमंत्री जी अगर आप चुने हुए प्रधानमंत्री है तो राजस्थान का चुना हुआ मुख्यमंत्री मैं भी हूं आपको अधिकार नहीं है किसी मुख्यमंत्री पर ऐसा बोलने का, किस रूप में आप ने कहा पाकिस्थान की भाषा बोलते हैं? यहां की गवर्नमेंट सहयोग नहीं कर रही है केंद्र में नाम नहीं भेज रही है हम लोग पैसा भेजना चाहते हैं, अरे नाम भेजे हुए हैं उनकी जानकारी में नहीं है। दिल्ली से पैसा रिलीज नहीं हो रहा है किसानों का, आरोप हमारा है और आरोप हमारे पर लगा रहे हैं। इस प्रकार से आप कब तक जुमले बोलते बोलते राज करोगे?”

    अशोक गहलोत ने आगे कहा, “आज देश में घृणा और नफरत का माहौल है, राहुल गांधी जी को चिंता इस बात की है उन्होंने कहा हमारी दुश्मनी किसी से नहीं है, अदावत नहीं है लोकतंत्र में अपनी बात कहो आप के प्रिंसिपल, प्रोग्राम क्या है? जनता फैसला करेगी किसको सत्ता सौंपी है।”

    प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के बारे में उन्होनें कहा, “आप जानते हो कि 2 लोग राज कर रहे हैं मोदी जी और अमित शाह। लोकतंत्र में जिस प्रकार का भय का माहौल है, असहमति का यहां कोई स्थान नहीं है अगर आप प्रधानमंत्री के खिलाफ बोल जाओ, सरकार के खिलाफ बोलो तो आप देशद्रोही हो इस प्रकार से देश चल रहा है, बहुत स्थितियां विकट है, लोकतंत्र को खतरा है, संविधान को खतरा है और देश को खतरा है। नई पीढ़ी को गुमराह कर रहे हैं, अरे नई पीढ़ी को राजीव गांधी जी ने 18 साल की उम्र में मतदान का अधिकार दिया था, यह कंप्यूटर मोबाइल फोन कैसे आ गए? यह राजीव गांधी का सपना था इसलिए आ गए पर करोड़ों अरबों रुपए खर्च करके मोदी जी सोशल मीडिया के माध्यम से गुमराह करने का काम कर रहे हैं उसको आपको और हमको पहचानना पड़ेगा।”

    कांग्रेस पार्टी के मैनिफेस्टो के बारे में गहलोत ने कहा, “मैं कहना चाहूंगा राहुल गांधी जी कांग्रेस का शानदार मेनिफेस्टो लाए हैं, देशवासियों को पूछ कर लाए हैं वह खुद बताएंगे आपको। मैं तो आपको इतना ही कहूंगा शानदार मेनिफेस्टो की चर्चा पूरे देश में हो रही है और बीजेपी के मेनिफेस्टो का कोई नाम लेता ही नहीं है, ना खुद के नेता लेते हैं। चाहे न्याय योजना हो शानदार ऐतिहासिक योजना है, किसानों का अलग बजट विश्व में शायद कहीं भी नहीं होगा आज किसानों की जो स्थिति है जिस रूप में आत्महत्याए हो रही है, भाव नहीं मिलते हो, खरीददारी नहीं होती हो, खाद बीज और दवाइयों की अलग से स्थिति खराब हो उस स्थिति में अलग से किसान बजट पेश करना, 542 मेंबर पार्लियामेंट उस पर डिस्कशन करेंगे फिर पास करेंगे, मैं सोच सकता हूं मेरे खुद के दिल में भाव आते हैं पहली बार किसानों के लिए इतना बड़ा कदम उठाने का निर्णय किया गया है आने वाले वक्त में ना आत्महत्या होगी, ना किसानों को तकलीफ आएगी, फसल के पूरे दाम मिलेंगे और मैं समझता हूं कि यह जो ऐतिहासक निर्णय किया गया है यह देश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।”

    अंत में गहलोत ने कहा, “इसलिए मैं आपको निवेदन करना चाहूंगा कि सुभाष महरिया को आप जानते हैं, पहले आप के मेंबर पार्लियामेंट भी रहे हैं, केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं, यह बहुत व्यवहार कुशल है, निष्ठावान समर्पित और प्रतिबद्ध है, किसानों के लिए विशेष रूप से और 36 कौम के लिए ऐसे व्यक्तित्व को आप लोग आशीर्वाद देते हैं चुनाव जीत के जाते हैं यह मानकर चलो कि यह आपके बीच में आते जाते रहेंगे, आपके सुख दुख में भागीदार बनेंगे, समस्याओं को दिल्ली की पंचायत में रखेंगे और मैं आपको यकीन दिलाता हूं सरकार हमारी पौने 5 साल तक चलेगी आप निश्चिंत रहो कड़ी से कड़ी जोड़ोगे आप लोग दिल्ली तक तो जो काम आप कहेंगे, पहले भी हमने कमी नहीं रखी है और आगे भी आपके कोई काम रुकेंगे नहीं यह मैं वादा करना चाहता हूं आप लोगों से। इन्हीं शब्दों के साथ में मैं आप लोगों से एक बार पुनः आग्रह करूंगा की 6 तारीख को एक-एक वोट कीमती है आपका, आपके परिवार का यह संदेश राहुल गांधी जी का हम सब का संदेश लेकर जाए और 6 तारीख को आप भारी मतदान करे कामयाब करे कांग्रेस के प्रत्याशी को यही बात कहता हुआ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं धन्यवाद जय हिंद।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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