इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 9 अप्रैल के चुनावों ने जीत हासिल की थी। उन्होंने नई संसद की मंगलवार को शपथ ली थी। वह अगले कुछ समय मे गठबंधन को सरकार का गठन करेंगे।
संसद में 120 सदस्यों में बेंजामिन नेतन्याहू भी शामिल है। चुनावो की 120 सीटो में नेतन्याहू की लिकुड पार्टी ने 35 सीटे जीती थी। इतनी ही सीटे विपक्षी दल ब्लू एंड व्हाइट पार्टी ने जीती थी।
संसद में बहुमत के लिए 65 सीटों की जरूरत होती है। छोटे दक्षिण पंथी समूह लिकुड पार्टी में शामिल होने से संसद में बेंजामिन नेतन्याहू को बहुमत मिल गया था।
17 अप्रैल को राष्ट्रपति रिव्यून रिवलिन ने बेंजामिन नेतन्याहू को सरकार के गठन का टास्क किया था। उन्हें सरकार के निर्माण के लिए 28 दिनों का वक़्त दिया था। इसमे संभावित 2 हफ़्तों का विस्तार हो सकता है।
उनको राष्ट्रवादी पार्टी और अल्ट्रा ऑर्थोडॉक्स पार्टियों का समर्थन था। पूर्व सैन्य प्रवक्ता ने उन पर गबन, धोखादड़ी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। और इसके बाबत सुनवाई जारी है।
अलबत्ता उन्हें आरोप साबित होने तक सत्ता पर कायम रहने के लिए अनुमति दी गयी है।
उनकी पार्टी के एक क्षमतावान नेता ने कहा कि वह एक प्रस्ताव पारित करने को आतुर है जो खुद ब खुद संसद के सदस्यों की ढाल बनकर उनकी रक्षा करेगा।