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    इंडोनेशिया में भूस्खलन और भारी बारिश

    इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप में कई दिनों तक भारी बारिश और भूस्खलन हुआ था और इंडोनेशिया के आपदा विभाग के मुताबिक, इसके बाद 29 लोगो की मृत्यु हो गयी थी और 13 लोग गायब हैं। बेंगकुलु प्रान्त की इमारतों, पुलों और जर्जर सड़को से सैकड़ो लोग विस्थापित होने के लिए मज़बूर थे।

    विभागों ने विस्थापितों के लिए अस्थायी शिविरों और सार्वजानिक रसोईघरों का निर्माण किया है। सार्वजानिक किचन और विस्थापित शिविरो का निर्माण बाढ़ से पीड़ित 1300 लोगो के लिए किया गया है। खोजी और बचाव टीम अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में में रबर नावों से लोगो को ढूंढने की कोशिश कर रही है।

    इंडोनेशिया में भूस्खलन और बाढ़ सामान्य है विशेषकर मानसून के क्षेत्र में अक्टूबर से अप्रैल के बीच यहां भारी बारिश होती है। इंडोनेशिया में बारिश का प्रकोप बहुत गहरा होता है। आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि लगभग 15,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।

    प्रवक्ता सुतोपो ने कहा कि “शुक्रवार से ही बाढ़ और भूस्खलन ने जकार्ता और बेंगकुलु प्रांत के कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया था। रविवार के दिन पानी का स्तर काम होने लगा था लेकिन प्रांत के रिहायशी इलाकों में अभी भी पानी भरा हुआ है। प्रांत में सड़कों, पुलों, 184 घरों और चार स्कूली इमारतों को नुकसान पहुंचा है।

    इंडोनेशिया द्वीप प्राकृतिक आपदा और मूसलाधार बारिश के लिए सामान्य है। अक्टूबर में आई बाढ़ में 21 लोगों की मौत हो गयी थी और लैंड स्लाइड ने पश्चिमी इंडोनेशिया के सुमंत्रा द्वीप के प्रान्तों पर अप कहर बरपाया था। जून, 2016 में बाढ़ और लैंड स्लाइड से मध्य जावा प्रांत में 50 लोगों की मौत हो गयी थी।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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