Mon. Dec 23rd, 2024
    चुनावी टिकट न मिलने से कई लोग नाराज

    चुनाव का असली खेल टिकट आवंटन के बाद शुरू होता है। टिकट आवंटन के बाद पता लगता है कौन सी पार्टी किसकी अपनी है और कौन पार्टी का अपना है। चुनावी टिकट कटने के बाद गुजरात विधानसभा चुनाव में भी वहीं देखें को मिल रहा है जो अक्सर हर चुनावी टिकट कटने के बाद होता है।

    दोनों ही पार्टयों में विरोध की लहर तेज हो गयी है। विरोध भी ऐसी जिसकी आवाज सिर्फ पार्टी के अंदर नहीं पार्टी के बाहर भी एकदम लाउडस्पीकर मोड पर सुनाई दे रही है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद कांजीभाई पटेल तो इस बात से इतने नाराज हुए कि उन्होने अपने बेटे के साथ पार्टी से इस्तीफा ही दे दिया।

    बता दे कि इस टिकट आवंटन से पहले उनको बीजेपी पार्टी बिलकुल अपने घर जैसा लग रहा था। अब घरवालों से मांगी हुई हर मांग तो पूरी होती नहीं, लेकिन इसका मतलब यह थोड़ी होता है कि कोई घर ही छोड़ दे। गौरतलब है कि टिकट न मिलने का गम सिर्फ कांजीभाई को ही नहीं है, बल्कि बहुत लोगो को है।

    बीजेपी के विधायक शामजी चौहान भी अब अपने पार्टी से रूठ गए है। बात सिर्फ रूठने मनाने की होती तो भी समझ आती है लेकिन यहां तो हुजुर बात अब धमकियों तक आ गयी है। धमकी भी कोई छोटी मोटी नहीं बल्कि सीधे पार्टी छोड़ने की है। अब चुनाव का तो पता नहीं लेकिन टिकट आवंटन से एक बात तो बिलकुल साफ़ हो गया है कि राजनीति में कोई पार्टी का वफादार नहीं होता है।