चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के दूसरे सम्मेलन की शुरुआत शुक्रवार से हो गयी है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस पहल के खुजमिज़ाज और सतत होने की सराहना की थी। उन्होंने कहा कि “इसमें शामिल देशों की उच्च गुणवत्ता से वृद्धि होगी। सीरिया इस पहले में एक भूमिका अदा करना चाहता है। चीन बीआरआई से एशिया, यूरोप और मध्य एशिया को जोड़ना चाहता हैं।
सीरिया सरकार के सलाहकार बोथैना शाबान ने कहा कि “चीन का सम्मेलन में शामिल होने के लिए सीरिया को आमंत्रित करना अमेरिका और पश्चिम के लिए चुनौती है। रेशम मार्ग, रेशम मार्ग नहीं रहेगा अगर वह सीरिया, इराक और ईरान से होकर नहीं गुजरेगा।”
सीरिया की सरकार में शाबिन एक महत्वपूर्ण सदस्य है, जिसने विद्रोहियों के खिलाफ आठ वर्षों की जंग लड़ी है। सीरिया के उत्तरी भार पर तुर्की का नियंत्रण है और सीरियन डेमोक्रेटिक फाॅर्स पूर्वी सीरिया पर हुकूमत करती है जबकि सरकार का शासन देश के मध्य भाग में हैं।
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में शामिल होकर सीरिया संकेत दे रहा है कि गृह युद्ध और आईएसआईएस के युग के अंत के बाद व्यापार कितना महत्वपूर्ण है। आईएसआईएस को अधिकतर एसडीएफ ने अमेरिकी गठबंधन की मदद से पराजित किया है। ईरान और रूस से जुड़कर सीरिया अपनी अर्थव्यवस्था को उभारना चाहता हैं। वह ईरानी गलियारे की तरह इराक के साथ भी एक गलियारे का निर्माण करना चाहता है जो पूरे इराक, सीरिया और लेबनान में फैला हो।
सीरिया के लिए बीआरआई पहल भूराजनीतिक स्थिति को मज़बूत करने के लिए एक अवसर है। शाबान ने दूसरा भाषण शुकवार को दिया जिसमे चीन की योजना से सीरिया के हितों को बताया था। उन्होंने कहा कि “अमेरिका और पश्चिमी देशों ने सीरिया में आर्थिक जंग छेड़ दी है और बीआरआई इससे बाहर निकलने में हमारी मदद कर सकती है। पश्चिमी प्रधानता का मुकाबला करने के लिए बीआरआई बेहद महत्वपूर्ण है। यह उपनिवेशवाद और मध्य एशिया के टुकड़े होने से रोकेगी।”