अमेरिका ने शुक्रवार को श्रीलंका के लिए यात्रा की चेतावनी का स्तर बढ़ा दिया है और अपने नागरिकों से यात्रा से पूर्व दोबारा सोचने का आग्रह किया है। बीते रविवार को श्रीलंका के आठ भिन्न इलाकों में भयानक बम विस्फोट से 250 से अधिक लोगो की मृत्यु हो गयी थी।
अमेरिकी राज्य विभाग ने बयान जारी कर कहा कि “अमेरिका की सरकार के कर्मचारियों के परिवार को सदस्यों को रवानगी के आदेश दे दी गए हैं। साथ ही गैर जरुरतमंद कर्मियों को भी निकलने के अधिकार दे दी गए हैं। श्रीलंका में आतंकी समूह अभी भी संभावित विस्फोट की योजना बना रहे हैं। आतंकवादी कम चेतावनी या बगैर चेतावनी के बम हमला कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि “आतंकी का निशाना पर्यटन स्थल, ट्रांसपोर्टेशन हब, बाज़ार, शॉपिंग मॉल, होटल, क्लब, रेस्टोररेंट, पूजा स्थल, पार्क, सांस्कृतिक कार्यक्रम, शैक्षणिक संस्थान, एयरपोर्ट, अस्पताल और अन्य सार्वजानिक स्थान हो सकते हैं। जब भी आप भीड़भाड़ वाले इलाके और पर्यटन गंत्वय में यात्रा करें तो अपने आस पास से सचेत रहे, स्थानीय विभागों के निर्देशों का पालन करे और स्थानीय मीडिया की खबरों से वाकिफ रहे और नयी सूचना के आधार पर योजना बनाये।”
21 अप्रैल को श्रीलंका के कोलोंबो, नेगोम्बो, कोच्चिकेडे और बेटिकलोआ शहरो में आठ बम विस्फोट हुए थे। इस दिन ईसाई समुदाय ईस्टर के त्यौहार का जश्न मन रहा था। इस हमले में 500 से अधिक लोग घायल हुए हैं और इसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। इनमे से 40 लोग विदेशी है, 11 भारतीय, तीन डेनिश, दो चीनी और तुर्की और नीदरलैंड व पुर्तगाल का एक-एक नागरिक है।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने गुरूवार को आगाह किया कि राष्ट्र में स्लीपर सेल अधिक हमले कर सकते हैं। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के बीच राजनीतिक कलह भी जारी है।