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    pooja rani

    नई दिल्ली, 26 अप्रैल (आईएएनएस)| एशियाई खेलों की पूर्व कांस्य पदक विजेता पूजा रानी ने यहां एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में बड़ा उलटफेर कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। पूजा ने महिलाओं के 81 किलोग्राम भारवर्ग के मुकाबले में विश्व चैम्पियन वांग लिन को मात दे सोने का तमगा जीता। वहीं एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघल भी स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे।

    पहली बार 81 किलोग्राम भारवर्ग में उतरीं पूजा ने चीन की खिलाड़ी को 4-1 से मात दी। इससे पहले पूजा 75 किलोग्राम भारवर्ग में खेलती थीं। यह भारत का 81 किलोग्राम भारवर्ग में इस टूर्नामेंट में पहला स्वर्ण पदक भी है। भिवानी की इस खिलाड़ी का यह इस टूर्नामेंट में कुल तीसरा पदक है। इससे पहले वह 2012 में रजत और 2015 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं।

    पंघल ने 52 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल मुकाबले में कोरिया के किम इनक्यू को 5-0 से मात दी। पंघल पहली बार 52 किलोग्राम भारवर्ग में खेल रहे थे। इससे पहले वे 49 किलोग्राम भारवर्ग में खेलते थे।

    अमित पंघाल

    पंघल ने अपनी बेहतरीन ताकत और तकनीक का परिचय देते हुए जीत हासिल की। एशियन चैम्पियनशिप में पंघल का यह दूसरा पदक है। 2017 में उन्होंने कांस्य पदक जीता। इस टूर्नामेंट से पहले उन्होंने फरवरी में स्ट्रेंजा मैमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण जीता था।

    अमित और पूजा को छोड़कर भारत को चार अन्य फाइनल मुकाबलों में रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

    कविंदर सिंह बिष्ट को भी 56 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में एशियाई खेलों के मौजूदा चैम्पियन उज्बेकिस्तान के मिराजिज्बेक मिजार्खालिलोव के खिलाफ हार झेलनी पड़ी। कविंदर इस मैच में आंख में चोट के बाद खेल रहे थे। यह चोट उन्हें सेमीफाइनल में लगी थी। कविंदर ने हालांकि अच्छा खेल दिखाया है लेकिन वह 0-5 से अपनी हार को रोक नहीं पाए।

    माकरान कप के विजेता दीपक कुमार ने 49 किलोग्राम भारवर्ग में उज्बेकिस्तान के नोडिजरेन मिर्जामदेव ने हराया। दीपक ने हालांकि जीतने के लिए काफी मेहनत की और अपने विरोधी को कभी भी आसान मौका नहीं दिया।

    आशीष कुमार को भी 75 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में मात खानी पड़ी। उन्हें कजाकिस्तान के तुरस्यानबे कुलाखमेट ने 5-0 से हराया।

    महिला वर्ग में सिमरनजीत सिंह को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। 64 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में भारतीय मुक्केबाज को चीन की डोउ डान ने 4-1 से हराया। चीन की खिलाड़ी को हालांकि काफी मेहनत करनी पड़ी। चीनी खिलाड़ी ने सिमरनजीत को पिछले साल हुई वल्र्ड चैम्पियनशिप में हराया था।

    बिष्ट, दीपक, आशीष और सिमरनजीत का यह एशियाई चैम्पियनशिप में पदार्पण था।

    इससे पहले गुरुवार को भारत ने सात कांस्य पदक हासिल किए थे। शिव थापा को 60 किलोग्राम भारवर्ग में कांसा मिला। यह थापा का इस टूर्नामेंट में लगातार चौथा पदक है। वहीं पूर्व विश्व चैम्पियन सरिता देवी (60 किलोग्राम भारवर्ग) ने इस टूर्नामेंट में आठवां पदक अपने नाम किया।

    इनके अलावा निखत जरीन (51 किलोग्राम भारवर्ग), मनीषा मौन (54 किलोग्राम भारवर्ग), सोनिया चहल (57 किलोग्राम भारवर्ग), आशीष (69 किलोग्राम भारवर्ग), सतीश कुमार (91 प्लस किलोग्राम भारवर्ग) को भी कांस्य पदक मिला।

    एशियाई चैम्पियनशिप में ऐसा पहली बार हुआ है जब महिला और पुरुष स्पर्धाएं एक साथ आयोजित की गई हों।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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