नई दिल्ली, 26 अप्रैल| आईएनएस विक्रमादित्य में लगी आग को बुझाने की कोशिश में भारतीय नौसेना का एक अधिकारी शहीद हो गया। हादसे के वक्त यह जहाज कर्नाटक के करवार बंदरगाह में प्रवेश कर रहा था।
सरकार ने यह जानकारी दी है।
नौसेना नें अपने बयान में कहा, “लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान नें आग को रोकने में साहस और पराक्रम दिखाया।”
नेवी नें कहा कि आग पर काबू पा लिया गया था लेकिन धुंए की वजह से अधिकारी बेहोश हो गया था। अधिकारी को तुरंत अस्पताल में रेफर किया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
नेवी नें यह भी कहा कि आग की वजह से सेना के उपकरणों को कोई नुकसान नहीं हुआ है और समय रहते आग पर काबू पा लिया गया था।
बयान के अनुसार, “चौहान ने पोत के कॉम्बेट क्षमता को किसी भी प्रकार की क्षति पहुंचने से रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए और इस दौरान वह बेहोश हो गए। उन्हें इलाज के लिए कारवार स्थित नौसेना के आईएनएचएस पतंजलि अस्ताल ले जाया गया।”
बयान के अनुसार, “अधिकारी को हालांकि बचाया नहीं जा सका।”
घटना की परिस्थितियों की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी बिठाई गई है।