केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा, बालाकोट हवाई हमले में मारे गए आतंकवादियों की संख्या अधिक थी और उन्होंने कांग्रेस पर भारतीय वायुसेना द्वारा आतंकवाद विरोधी अभियान का राजनीतिकरण करने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल करने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा।
भाजपा को लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिलने का दावा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि उनके मन में कोई संदेह नही हैं कि एनडीए के सहयोगी तीन चौथाई बहुमत के साथ सत्ता को बरकरार रखेंगे।
उन्होंने कहा, कांग्रेस बालाकोट हवाई हमले का राजनीतिकरण कर रही हैं और ऑपरेशन में हताहतों की संख्या के सबूत की मांग को खारिज कर रही हैं।
आइएएफ ने 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले जिसमें 40 सीआरपीएफ के जवान शहिद हुए थे, के जवाब में 26 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी प्रशिक्षिण शिवर पर हमला किया था।
उन्होंने कहा, क्या शवों को गिनने के लिए हमारी सेना को वहां रुकना चाहिए? बहादुर जवान शवों की गिनती नही करते, वह आगे बढ़ते रहते हैं.. चीलें शवों की गिनती करती हैं।
अगर 1,2,3 या 4 हताहत होते तो हम एक आकड़ा दे सकते थे, लोकिन आकड़ा जब अधिक हो तो हम कैसे बता सकते हैं?
गृह मंत्री ने कहा, “मैं खुफियां एजेंसियों का प्रमुख हूं। मैं कहना चाहता हूं विश्वासनीय और कार्यवाई योग्य इनपुट के आधार पर हवाई हमले किए और पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लघंन किए बिना।
राजनाथ ने कहा, अगर 1971 में पाकिस्तान के विभाजन के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को सराहना हुई थी, तो बालाकोट हवाई हमलों के लिए मोदी की सराहना क्यों नही की जा सकती।
उन्होंने ठाणे और पालघर लोकसभा क्षेत्रों के शिवसेना उम्मीदवारों के समर्थन मेंं पड़ोसी पालघर जिले में दो रैलियां संबोधित की।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर उंगली उठाने के लिए विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, चुनाव के पहले चरण के रुझान ने सुझाव दिया कि एनडीए को दो तिहाई बहुमत मिली हैं। विपक्ष ने जल्दी ही ईवीएम पर हमला करना शुरू कर दिया।
जब इन लोगों ने पिछले साल मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव जीता थे, तब ईवीएम सही थे, लेकिन जब उन्होने देखा कि जीत ओर बढ़ रहे हैं, तब उन्होंने ने फिर से ईवीएम पर रोना शुरू कर दिया।
राजनाथ सिंह ने भाजपा और शिवसेना के गठबंधन का बचाव करते हुए कहा, कि यह राष्ट्रवाद की उनकी साझा विचारधारा पर आधारित हैं।
उन्होंने कहा, राज्य में भाजपा और शिवसेना का गठबंधन कोई तोड़ नही सकता।
उन्होंने कहा, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने लोकसभा चुनाव में अपनी हार को भांप लिया था और इसलिए उन्होंने चुनाव से दूरी बनाने कहा फैसला लिया था।
सिंह, लखनऊ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी सरकार की सराहना की और कहा कि उनकी निगरानी में भारत ने अपनी आर्थिक रैंकिंग में उछाल देखा गया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ” 2014 से पहले हम शीर्ष 10 देशों में 9 वें स्थान पर थे। लेकिन जब से मोदी नेतृत्व सरकार ने सत्ता संभाली हैं, हमारे देश ने छलांग लगाई और हमने शीर्ष 10 में से 6 वा स्थान हासिल किया।
राजनाथ सिंह ने कहा, “और मैं यह कहना चाहता हूं… आने वाले सालों में, हम 5 वे स्थान को प्राप्त करने जा रहे हैं”।
गृह मंत्री ने कहा, भारत अब गरीब लोगों का देश नही रहने वाला और अब हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं।
सिंह ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
“चौकीदार चोर हैं” कहने के लिए बहुत कम हैं। जब मैंने पहली बार हमारे प्रधानमंत्री के लिए इस तरह की भाषा सुनी तो मैं चौंक गया था।
सिंह ने कहा, कांग्रेस सरकार ने पिछले 30 सालों में एक भी अगली पीढ़ी का लड़ाकू विमान नही खरीदा। हमारे पास अगर राफेल जेट होता, तो हम भारत में बैठकर पाकिस्तान में स्थित आतंकी शिविरों को नष्ट कर सकते थे।
उन्होंने कहा, कांग्रेस को पीएम पर हमले करने के बजाय, आत्ममंथन करना चाहिए कि वह आधार क्यों खो रही हैं।
भाजपा के दिग्गज नेता ने कहा, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकारों ने गरीबी को खत्म करने के लिए विफल प्रयास किया था और राहुल गांधी अब इसी रास्ते पर चल रहे हैं।
उन्होंने कहा, कांग्रेस नेतृत्व यूपीए सरकार ने 2008 से 2014 तक 25 लाख आवास इकाइयों का निर्माण किया, जबकि भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार ने 2014-2018 में 1.30 करोड़ आवासों का निर्माण किया।
दुनिया में कही भी इतने कम समय में 34 करोड बैंक खाते खोले जाने का करिश्मा दिखाई दिया होगा। उन्होंने कहा, यह केवल मोदी के नेतृत्व में ही संभव सकता हैं।
सिंह ने कहा, केवल पांच करोड़ लोगों को अत्यंत गरीब श्रेणी में छोड़ दिया गया हैं और कहा कि, ” हम आने वाले पांच से सात वर्षों में इस गरीबी को खत्म कर देंगे।
ठाणे और पालघर 17 लोकसभा सीटों में से हैं जिस पर 29 अप्रैल को महाराष्ट्र में चौथे और आखरी चरण में चुनाव होने हैं।