सऊदी अरब ने आतंकवाद के साथ जुड़े होने पर 37 नागरिको को फांसी की सजा दी है। सऊदी अरब के इंटीरियर मंत्रालय के अधिकारीयों ने दी है। यह फांसी की सज़ा मक्का और मदीना की के पाक मुस्लिम शहरो में हुई है। हाल ही में पंजाब के दो व्यक्तियों को फांसी की सज़ा दी गयी थी।
होशियारपुर के सतविंदर कुमार और लुधियाना से हरजीत सिंह को 28 फरवरी को फांसी की सज़ा दी गयी थी। सऊदी अरब सम्पूर्ण साम्राज्य है जहाँ सार्वजनिक प्रदर्शन और सियासी दल प्रतिबंधित है। ताकतवर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में सऊदी अरब में कई सामाजिक और आर्थिक सुधार हुए हैं।
बीते वर्षों में कई सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों पर कार्रवाई की गयी है इसमें दर्ज़नो मौलवी, बुद्धिजीवी और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था इसमें महिलाएं भी शामिल थी जो रूढ़िवादी मुस्लिम देश में महिलाओं की ड्राइव के लिए अभियान चला रही थी।
सऊदी अरब ने इससे पूर्व शिया कार्यकर्ताओं को फांसी की सज़ा दी थी। दक्षिणपंथी समूहों के मुताबिक, यश राजनीति से प्रेरित था। क्षेत्रीय दुश्मन और शिया ताकत ईरान के साथ तनाव बढ़ने के नजरिये से भी इसे देखा जा रहा है।