कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि पार्टी इस आम चुनाव में अगर सत्ता में आती है तो अगले वर्ष से संसद में विशेष किसान बजट पेश किया जाएगा।
राहुल ने बांसवाड़ा के बनेश्वर धाम में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, “अगले वर्ष से संसद में दो बजट पेश किया जाएगा। एक आम बजट होगा जोकि प्रत्येक वर्ष पेश किया जाता है, जबकि एक अन्य विशेष बजट, किसान बजट होगा जिसे किसानों के लिए बनाया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “बजट के तहत किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की जाएगी, इसमें वित्तीय वर्ष की शुरुआत में मुआवजा राशि, ऋणमाफी, खाद्य प्रसंस्करण स्थानों और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी।”
उन्होंने कहा, “किसानों ने हमसे कहा है कि उन्हें अलग से बजट की जरूरत है और इसलिए हमने उनके लिए एक अलग बजट बनाने का फैसला किया है। हम नहीं चाहते हैं कि किसान किसी भी चीज से डरें, इसलिए हमने यह ऐतिहासिक निर्णय लेने का निर्णय किया।”
राहुल ने यह भी कहा कि किसी भी किसान को ऋण नहीं चुकाने के लिए जेल नहीं भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस समाज के कमजोर धड़े का प्रतिनिधित्व करती है और मोदी सरकार के ‘अन्याय’ के बदले ‘न्याय’ का वादा करती है।
राहुल ने जनजातीय भूमि के संबंध में कहा, “हम जनजातीय विधेयक, ‘पेसा’ कानून लेकर आए। जबकि मोदी ने आपके जल, जंगल, जमीन को ले लिया। अब हम आपके इन तीनों संपत्तियों की रक्षा का वादा करते हैं।”
उन्होंने कहा कि जनजातीय लोगों और युवाओं को नए उद्यमों को शुरू करने से पहले बुनियादी औपचारिकताओं को पूरा करने की जरूरत नहीं होगी।
उन्होंने कहा, “2019 के बाद, वे विभिन्न सरकारी एजेंसियों से बिना अनुमति लिए अपना व्यापार शुरू कर सकते हैं, वे अपना व्यापार शुरू कर सकते हैं और तीन वर्ष के बाद जब उनके लिए जमीन तैयार हो जाएगी, वे अपने व्यापार को पंजीकृत करा सकेंगे।”