देश से चीनी आयात किए जाने के बाद पिछले तीन महीनों में चीनी के दामों में गिरावट देखने को मिली है। बताया जा रहा है कि गन्ने की पेराई जल्द शुरू होने के कारण चीनी के दामों में गिरावट दर्ज की गई है। मुंबई में चीनी के दामों में 3.4 फीसदी की कमी आई है।
इसमें सबसे ज्यादा फायदा उपभोक्ताओं को मिलता दिखाई दे रहा है,जबकि किसान अपने भुगतान को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन कहना है कि एक तो गन्ने की पेराई पहले ही शुरू हो गई, दूसरी ओर सितंबर—अक्टूबर 2017 के त्यौहारी सीजन के दौरान भी मिलों में चीनी के डिमांड में कमी देखी गई। पिछले साल इसी सीजन में चीनी की बिक्री 42 लाख टन रही जब कि इस बार केवल 41 लाख टन ही चीनी की बिक्री हुई।
चीनी के हालिया भाव
मुंबई चीनी इस समय 3,772 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रही है। मुंबई में चीनी का यही भाव 22 दिसंबर 2016 में भी देखने को मिला था। अभी जुलाई महीने में चीनी 3,905 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रही थी, ऐसे में इसके दामों में 3.41 फीसदी गिरावट आई है।
महाराष्ट्र में चीनी का खुदरा मूल्य 34-35 रूपए तथा यूपी में 35-36 रूपए प्रतिकिलो रहने का अनुमान लगाया गया है। एक चीनी मिल मालिक का कहना है कि चीनी मिलें अधिक स्टॉक समस्या से जूझ रही हैं, अत: सीजन के शुरूआत में ही चीनी के अधिक उत्पादन के चलते दामों में गिरावट होना लाजिमी है। यहीं नहीं चीनी के दामों में गिरावट से मिलों के मुनाफे में कमी आएगी और किसानों के भुगतान पर असर पड़ेगा।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन का कहना है कि इस साल चीनी के अधिक उत्पादन के चलते साल 201718 का स्टॉक पिछले साल के 7.752 करोड़ टन के मुकाबले 39 लाख टन रहने का अनुमान है। इस्मा का कहना है कि इस साल करीब ढाई करोड़ चीनी के डिमांड की उम्मीद है।
गन्ने की पेराई
15 नंवबर 2016 को कुल 222 चीनी मिलें गन्ने की पेराई में मशगूल थीं। वहीं 15 नंवबर 2017 को गन्ना पेराई करने वाली चीनी मिलों की कुल संख्या 313 थी। जहां साल 2016 के शुरूआती 45 दिनों में 7.67 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया वहीं साल 2017 में यह मात्रा 13.7 लाख टन रही।
रिकॉडतोड़ चीनी उत्पादक राज्य
उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र सर्वाधिक चीनी उत्पादन करने वाले राज्य हैं। साल 2016 में यूपी की चीनी मिलों ने 1.93 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था, वहीं साल 2017 में चीनी उत्पादन की यह मात्रा 5.67 लाख टन रही। साल 2016 में महाराष्ट्र की चीनी मिलों ने 1.92 लाख टन चीनी का उत्पादन किया। जब कि इस साल 3.26 लाख टन चीनी का उत्पादन किया जा चुका है।
चीनी के दामों में गिरावट की असली वजह
- गन्ने की पेराई जल्द शुरू होना चीनी के दाम में गिरावट की असली वजह है।
- शुरुआती सीजन में ही सभी राज्यों में चीनी का रिकॉर्डतोड़ उत्पादन हुआ।
- त्योहारी सीजन में भी चीनी मिलों को कमजोर खरीद का सामना करना पड़ा।
- उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की चीनी मिलों द्वारा सर्वाधिक उत्पादन
- चीनी आयात के बाद पिछले तीन महीनों में चीनी के दामों में गिरावट देखेने को मिली है।