देश की राजधानी दिल्ली में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की दशा कुछ ठीक नहीं है। हालत यह है कि अपने वेतन को बढ़ाने को लेकर कार्यकर्त्ता 3 जुलाई से विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता रिटायरमेंट के बाद पेंशन और बीमा की भी मांग कर रहे हैं। इस समय 700 से ज्यादा लोग मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल के घर के सामने धरना दे रहे हैं।
एक 38 साल की कार्यकर्त्ता मीनू ने बताया कि उसे एक महीने में सिर्फ 5000 रूपए ही मिलते हैं। इससे उसके घर का राशन भी नहीं आता है। मीनू ने कहा कि इस धरने पर आने के लिए ही उसे काफी पैसे खर्च करने पड़े हैं और यह उसके लिए बहुत ही महंगा पड़ रहा है। एक अन्य महिला कार्यकर्त्ता ने बताया कि आंगनवाड़ी द्वारा बच्चों और महिलाओं को काफी ख़राब खाना दिया जाता है। लगातार शिकायतों के बावजूद सरकार इसपर कुछ भी नहीं कर रही है।
दिल्ली आंगनवाड़ी की अध्यक्ष शिवानी ने मीडिया को बताया कि केजरीवाल सरकार के आने के बाद यह निश्चित हुआ था कि सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन दोगुना कर दिया जाएगा। हालाँकि दो साल में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। दिल्ली सरकार के एक सदस्य ने कहा है कि केजरीवाल खुद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और उनके वेतन बढ़ाने पर कदम उठाएंगे। इसके बावजूद ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।