भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी लोकतंत्र बहाल करने, शरणार्थियों को उनका अधिकार दिलाने और सभी घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए बंगाल पर ‘विशेष ध्यान’ दे रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का यह ध्यान इसलिए कतई नहीं है कि दूसरे प्रदेशों में भाजपा पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले कुछ सीटें गंवा सकती है और इसकी भरपाई बंगाल में सीट जीतकर करनी है।
पहले दो चरणों के दौरान पश्चिम बंगाल में हुए मतदान का जिक्र करते हुए शाह ने दावा किया कि भाजपा के पक्ष में लहर साफ दिख रही है। उन्होंने प्रदेश के लोगों से ‘भयमुक्त होकर’ मतदान करने की अपील की।
अमित शाह ने कहा, “भाजपा बंगाल को तवज्जो दे रही है क्योंकि यहां के लोग परिवर्तन चाहते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि भाजपा को उत्तर प्रदेश या अन्य जगहों पर पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार कम सीटें मिल सकती हैं।”
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “हम बंगाल में लोकतंत्र की बहाली करना चाहते है और बांग्लादेशी शरणर्थियों को उनका हक दिलाना चाहते हैं। साथ ही, यहां से एक-एक घुसपैठिए को निकाल बाहर करना चाहती हैं। इसीलिए हम इस पर खास ध्यान दे रहे हैं।”
उन्होंने कहा, ” (मुख्यमंत्री) ममता (बनर्जी) दीदी पहले दो चरणों में बंगाल में हुए मतदान में अपनी हार स्पष्ट देख सकती हैं। उन्होंने अपने कार्यकलापों और अभियानों के जरिए लोगों में भय पैदा करने की कोशिश की है। लेकिन, मैं बंगाल के लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि चुनाव आयोग की निगरानी में मतदान हो रहा है, इसलिए किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बंगाल के गांवों में रहने वाले लोगों को वोट डालने के लिए एक साथ एक समूह में जाना चाहिए ताकि ‘तृणमूल कांग्रेस के गुंडों’ के किसी हमले को रोका जा सके।
उन्होंने कहा, “जब गांववासी साथ मिलकर वोट डालने जाएंगे तो मुट्ठीभर गुंडे उनको किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे।”