राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से उम्मीदवार आजम खान को राक्षस प्रवृत्ति का व्यक्ति और चंगेज खान का प्रतीक कहा है। उन्होंने कहा कि आजम ने हमेशा महिलाओं के आबरू को तार-तार किया है, चाहे मायावती हों या नूर बानो, सब पर वह हमेशा गलत भाषा का प्रयोग करते रहे हैं।
आईएएनएस के साथ खास बातचीत में अमर सिंह ने कहा, “आजम ने यहां तक मेरी बच्चियों पर तेजाब से हमले की धमकी दी। इतिहास गवाह है कि जब जब धरती पर राक्षस पैदा हुए हैं, तब-तब आदिशक्ति ने जन्म लेकर राक्षसों को मारा है। ऐसी एक शक्ति रामपुर में भी आई है, जो राक्षस को मारकर भाजपा के सब देवताओं का उद्धार करेगी।”
उन्होंने कहा, “डिंपल यादव हमारी बहू हैं। अगर कोई उनके वस्त्र के बारे में टिप्पणी करेगा तो मैं उसकी कड़ी निंदा करूंगा। मायावती और डिंपल की इज्जत है, अन्य किसी महिला की इज्जत का कोई मोल नहीं है, यह सोच गलत है।”
मायावती द्वारा प्रधानमंत्री को पिछड़ी जाति का बताने पर अमर सिंह ने कहा कि मायावती की यह टिप्पणी निर्थक है। यह ऐसा है, जैसा मायावती के बारे में कोई कह दे कि वह नकली दलित है। इस प्रकार की भाषा ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा, “महिला के रूप में मायावती का मैं बहुत सम्मान करता हूं। वह भाजपा के समर्थन से तीन बार मुख्यमंत्री बनी हैं। उनकी राजनीति की शुरुआत ही भाजपा से हुई है। मायावती का मोदी से क्या मुकबला है। माया तो अपने को जागृत देवी मानकर चढ़ावा चढ़वाती हैं, लेकिन मोदी में बारे में ऐसा कोई नहीं कह सकता।”
अमर ने कहा कि मोदी ने सफाई कर्मचारियों का चरण धोया है। मायावती एक बार दलित सम्मेलन बुलाकर उनके चरण तो धो लें। पिछड़ों, अगड़ों, सर्वर्णो और मुसलमानों के नेता इस समय मोदी हैं। उन्हें मुसलिम विरोधी कहना गलत है। मोदी के मुख्यमंत्रित्वकाल में एक बार दंगा हुआ। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। तथाकथित धर्मनिरपेक्ष समाजवादी पार्टी के शासन काल में तो कई बार दंगे हुए।
सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, “मुजफ्फरनगर में मुसलमान कटे तो अच्छा है। गुजरात में दंगे के लिए यदि मोदी जी आरोपी हैं तो अखिलेश भी दोषी हैं। यह बता दूं कि मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान यादव परिवार सैफई में नृत्य देख रहा था। अगर मोदी गुजरात दंगे में मारे गए लोगों के हत्यारे हैं तो सपा और यह कुनबा भी हत्यारा है।”
अमर सिंह ने कहा, “मायावती के सारे चेहरे मुझे याद हैं। मायावती ने स्वयं गेस्ट हाउस कांड के लिए मुलायम सिंह व उनकी पार्टी के नेताओं को दोषी ठहरा चुकी हैं। माया, ममता, प्रियंका चाहे सोनिया हों, किसी भी महिला की अस्मिता या उनके अंत:वस्त्रों पर टिप्पणी करना शर्मनाक है। महिला अस्मिता पर हमला करने वाले आजम को चुनाव मैदान में नहीं, बल्कि पागलखाने में होना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मायावती ने गुजरात में कहा था कि मुस्लिम कट्टरपंथी होते हैं। देवंबद में मुसलमानों से कहा कि ‘हमारा साथ देना।’ मायावती भाजपा की बनाई हुई हैं। तीन बार भाजपा का सहयोग नहीं होता तो मायावती नाम की राजनीतिक दलित महिला उत्पत्ति नहीं हुई होती।”
अमर सिंह ने आगे कहा, “न तो मैं भारतीय जनता पार्टी का सदस्य हूं और न ही जयाप्रदा का प्रचार करने आया हूं। मुझे जबरदस्ती उकसाया गया है। अपना इलाज कराने के बाद मैं आराम कर रहा था, लेकिन आजम खान ने बार-बार मुझे एक लेटा हुआ आदमी बताया। मुझे जागने पर मजबूर किया।”
यह पूछे जाने पर कि फिलहाल किस पार्टी में हैं, उन्होंने कहा, “वर्तमान में मेरे पास कोई पार्टी नहीं है। मेरे पास सिर्फ विचार और वाणी हैं। इसी से मुझे सबका प्यार मिल रहा है। यही मेरी धरोहर है।”
अमर सिंह ने फिर आजम का जिक्र करते हुए कहा, “अखिलेश को समझ में नहीं आता है। आजम ने सत्ता की भूख के लिए मुलायम सिंह को नीचे गिराया है।”
उन्होंने समाजवादी परिवार पर चुटकी लेते हुए कहा, “जैसे बच्चे में मूंछ की रेखा आती है तो उसके लिए लड़की ढूढ़ी जाती है। वैसे ही यादव परिवार में बच्चे के लिए सीट ढूंढी जाती है। अखिलेश के लिए यह काम मैंने किया था।”
मोदी क्या दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे? इस सवाल पर पर अमर सिंह ने कहा, “मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनने से कोई रोक नहीं सकता। मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे और भारत का विकास होगा। लोगों को उनमें भारत का भविष्य दिखता है।”
पूर्व सपा नेता अमर सिंह और आजम खान के बीच पहले से ’36’ का आंकड़ा रहा है। वह आजम खान अक्सर हमला बोलते रहते हैं। चुनाव से पहले भी वह रामपुर आकर आजम के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं।