भारत के विदेश सचिव विजय गोखले चीन के स्टेट काउंसलर और देश के शीर्ष राजनयिक वांग यी के साथ वार्ता के लिए रविवार को यहां पहुंचे। वार्ता के दौरान पाकिस्तान के आतंकी मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र समिति में आतंकियों की काली सूची में डालने के मसले पर बातचीत हो सकती है।
गोखले सोमवार को वांग से बातचीत करेंगे, जो चीन के विदेश मंत्री भी हैं।
भारत के विदेश सचिव का दौरा ऐसे समय में हुआ है जबकि चीन पर अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने का दबाव है। अजहर मसूद भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के मामले में वांछित है।
चीन पाकिस्तान का करीबी सहयोगी है और उसने संयुक्त राष्ट्र 1267 प्रतिबंध समिति में भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा अजहर के खिलाफ प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगाई है।
भारत का शीर्ष राजनयिक इस समय चीन के दौरे पर है जबकि बीजिंग इस सप्ताह बेल्ट एंड रोड फोरम के दूसरे संस्करण की बैठक करने जा रहा है।
इस बात की पूरी संभावना है कि नई दिल्ली संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के मसले को लेकर इस बैठक से अलग रहेगी।
बीजिंग जहां अजहर पर प्रतिबंध लगाने का विरोध कर रहा है वहीं भारत चीन की महत्वाकांक्षी संपर्क परियोजना का विरोध कर रहा है, जिसके कारण चीन और भारत के संबंधों में खटास आ गया है।
अजहर पर प्रतिबंध लगाने के सभी प्रस्तावों पर चीन द्वारा बार-बार अड़ंगा डाले जाने से नई दिल्ली निराश है और उसका कहना है कि वह पाकिस्तान से पैदा हुए आतंकवाद से पीड़ित है।