रूस के राजदूत ने सीरिया के के राष्ट्रपति बशर अल असद से मुलाकात की थी और संवैधानिक समिति, व्यापार और साथ ही पड़ोसी अरब देशों के साथ संबंधों को सुधारने के तरीको पर भी चर्चा की थी। संवैधानिक समिति के गठन का राजनीतिक सुधार में काफी महत्व है और नए चुनावो का मतलब सीरिया की एकता है और आठ वर्षों की युद्ध का अंत करना है।
सीरिया की जंग के कारण हज़ारो लोगों की हत्या की गयी थी और करीबन 2.2 करोड़ लोग विस्थापित हो गए थे। सीरिया के विपक्षी दलों ने बीते वर्ष यूएन के संरक्षण के तहत संविधान को दोबारा लिखने की प्रक्रिया में शामिल होने पर रज़ामंदी व्यक्त की थी। रुसी शहर सोची में पीसकीपिंग कांफ्रेंस का आयोजन होना है।
सीरिया की असद सरकार का रूस काफी करीबी मित्र है और साल 2015 में रूस ने असद की सरकार के सहयोग के लिए सीरिया में सैन्य दखलंदाज़ी की थी। इसके बाद यह असद के समर्थन में जंग लड़ने की शुरुआत हो गयी थी।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान जारी कर बताया कि “सीरिया के राष्ट्रपति असद ने रुस के राजदूत अलेक्सेंडर लाव्रेंटीव, रुसी उप विदेश मंत्री सेर्गेई वर्शिनिन और अन्य रुसी रक्षा मंत्रालय के अधिकारीयों से मुलाकात की थी।”
इंटरफैक्स न्यूज़ एजेंसी ने रुसी सरकार के हवाले से कहा कि “रुसी उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव ने डमस्कस में शनिवार को राष्ट्रपति असद से मुलाकात की थी और दोनों ने अर्थव्यवस्था और व्यपार सहयोग के बाबत बातचीत की थी।