देशभर में पिछले एक महीने में अण्डों की कीमतों ने आसमान छु लिया है। सिर्फ बीते एक महीने में अण्डों की कीमत में 40 फीसदी की वृद्धि हुई है। पिछले महीने में 5 रूपए प्रति अंडे की तुलना में अब एक अंडा 7 रूपए का हो गया है।
पुणे में अण्डों के थोक मूल्य की यदि बात करें, तो अक्टूबर 12 को प्रति 100 अण्डों की कीमत 380 रूपए थी। यही कीमत 12 नवम्बर को बढ़कर 530 रूपए हो गयी है। दिल्ली में यही कीमत 375 रुपए से बढ़कर 525 रूपए हो गयी है।
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इसी समय यदि हम चिकन की कीमतों की ओर देखें, तो इसमें बारी गिरावट देखने को मिली है। थोक बाजार में एक किलो चिकन की कीमत 120 रूपए प्रति किलो से घटकर सिर्फ 90 रूपए प्रति किलो हो गयी है। यदि बाकी वर्षों की बात करें, तो साल के इस समय एक किलो चिकन की ओसतन कीमत 132 रूपए होती है।
अंडा व्यापार से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, ‘अण्डों की कीमत में वृद्धि इसलिए हुई है क्योंकि इस साल अंडा निर्माताओं ने अंडा निर्माण कम किया है। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले साल अंडा विक्रेताओं को अच्छी कीमत नहीं मिली थी।’
उन्होंने आगे बताया कि इस साल अंडा निर्माण में तक़रीबन 30 से 40 फीसदी की गिरावट आ सकती है। ऐसे में कीमतें आगे और भी बढ़ सकती हैं।
इसके पीछे एक बड़ा कारण सब्जियों की कीमतों में वृद्धि होना हैं। इस साल थोक की कीमतों में 4 फीसदी की वृद्धि की और संभावनाएं हैं। एक अन्य अधिकारी ने बताया, ‘हमें लगता है कि नवम्बर महीने में थोक कीमतों में 4 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि होगी। इसके अलावा आने वाले साल 2018 में आरबीआई द्वारा निर्धारित कीमत वृद्धि से ज्यादा वृद्धि होने की संभावनाएं हैं।’
मासिक थोक कीमत इंडेक्स के तहत कीमतों में वृद्धि अक्टूबर में काफी ज्यादा हुई है। पिछले 6 महीनों की तुलना में अक्टूबर में यह 3.59 फीसदी रही है, जो सितम्बर के महीने में 2.6 प्रतिशत थी।
इसके अलावा खुदरा कीमतों में भी वृद्धि होकर यह अक्टूबर में 3.58 फीसदी हो गयी हैं। खुदरा कीमतों में वृद्धि नवम्बर में बढ़कर 4.5 फीसदी हो सकती है।