तेलंगाना में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभ्रम व्यक्तित्व विकार से पीड़ित हैं।
तेलंगाना कांग्रेस इकाई के कोषाध्यक्ष गुदुर नारायाण रेड्डी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी में हमेशा असुखद सोच, कार्यशैली और व्यवहार देखने को मिलता है। वह तीन बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं, लेकिन खुद को चायवाला कहते हैं। उनका कहना है कि वह बचपन में इस पेशा में थे। भारत के प्रधानमंत्री होने के बावजूद वह खुद को चौकीदार कहते हैं।”
रेड्डी ने एक बयान में कहा, “उनके भाषण से झलकता है कि उनको दूसरों की मंशा पर काफी अविश्वास और संदेह है जोकि विभ्रम व्यक्तित्व विकार से पीड़ित व्यक्ति का मुख्य लक्षण है।”
रेड्डी ने कहा कि यह आम बात है कि कोई व्यक्ति यह न माने कि उनको व्यक्तित्व विकार है क्योंकि उनकी सोच और व्यवहार उनको स्वाभाविक लगता है। मोदी के साथ भी ऐसा ही मामला है।
उन्होंने कहा, “मोदी को अगर उनके मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्या नहीं है तो वह अपनी विभाजनकारी राजनीति से जानबूझकर पूरे देश को धोखा दे रहे हैं।”
कांग्रेस नेता ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व को मोदी को मानसिक स्वास्थ्य की जांच करवाने के लिए मनाने की सलाह दी ताकि उनको व्यक्तित्व विकार से निजात मिले।